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Albert Ekka Death Anniversary: परमवीर अल्बर्ट एक्का की पुण्यतिथि आज, जानें उनके जीवन की रोचक बातें

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Albert Ekka Death Anniversary: महानायक परमवीर अलबर्ट एक्का की आज पुण्यतिथि है. 1971 के युद्ध में 15 भारतीय सैनिकों को मरता देख अलबर्ट एक्का दौड़ते हुए टॉप टावर के ऊपर चढ़ गये थे. उसके बाद टॉप टावर के मशीनगन को अपने कब्जे में लेकर दुश्मनों को तहस नहस कर दिये.

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Albert Ekka Death Anniversary:  1971 भारत – पाक युद्ध (1971 Indo-Pak War) के महानायक परमवीर अलबर्ट एक्का (Paramveer Albert Ekka) की आज पुण्यतिथि है. उनका जन्म 27 दिसंबर 1942 को गुमला (Gumla) जिला के जारी में हुआ. जुलियस एक्का (Julius Ekka) और मरियम एक्का (Mary Ekka) ने वीर सपूत को जन्म दिया था. प्रारंभिक शिक्षा गुमला के भिखमपुर में हुई थी. बचपन से ही वीरता की कहानी सुना करते थे. सेना में जाने की इच्छा ने उन्हें मुकाम तक पहुंचाया और 1962 में वे सेना में शामिल हो गए. 1971 की भारत पाक युद्ध में अदम्य साहस का परिचय देते हुए वीर गति को प्राप्त हुए. मरणोपरांत उन्हेें पमवीर चक्र (Paramaveer Chakr) से नवाजा गया था.

1971 के युद्ध में दुश्मनों के दांत किए थे खट्टे

1971 के युद्ध में 15 भारतीय सैनिकों को मरता देख अलबर्ट एक्का दौड़ते हुए टॉप टावर के ऊपर चढ़ गये थे. उसके बाद टॉप टावर के मशीनगन को अपने कब्जे में लेकर दुश्मनों को तहस नहस कर दिये. इस दौरान उसे 20 से 25 गोलियां लगी थी. पूरा शरीर गोलियों से छलनी था. वे टॉप टावर से नीचे गिर गये थे. जहां उन्होंने अंतिम सांस ली थी.

कुछ ऐसा रहै है अलबर्ट एक्का का जीवन

अविभाजित बिहार राज्य के अति पिछड़ा आदिवासी बहुल गांव जारी में पिता जूलियस एक्का और माता मरियम एक्का के घर 27 दिसंबर 1942 को जन्मे बालक अल्बर्ट एक्का के कर्म और शहादत के लिए आज गुमला गौरवान्वित महसूस कर रहा है. अल्बर्ट बचपन से ही जुझारु प्रवृत्ति के थे. वे हाकी के अच्छे खिलाड़ी थे. पतराटोली में उनकी प्राथमिक शिक्षा और भीखमपुर में मिडिल स्कूल की पढ़ाई की. फौज में जाने की उसकी इच्छा दिसंबर 1962 में पूरी हो गई. दायित्व क्षमता, अनुशासन, कर्तव्य निर्वहन को देखते हुए इन्हें ट्रेनिग में ही लांस नायक का पद हासिल हो गया.

वर्ष 1971 में हुए भारत पाक युद्ध आरंभ हुआ तब अल्बर्ट मात्र 29 वर्ष के थे. अदभ्य साहस का परिचय देते हुए लांस नायक अल्बर्ट ने दुश्मनों का सामना करते हुए वीर गति को प्राप्त हो गए. वीरता पूर्वक शहदत के लिए लांस नायक अल्बर्ट एक्का को मरणेपंरांत परमवीर चक्र प्रदान किया गया. यह एकीकृत बिहार में मरणोपरांत परमवीर चक्र का सम्मान पाने वाले वे पहले वीर सपूत थे.

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