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Shahana Goswami: अब दीपिका पादुकोण से दोस्ती वाला कनेक्शन नहीं रहा.. 

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अभिनेत्री शहाना गोस्वामी एक वक्त दीपिका पादुकोण से जिगरी दोस्ती की बात कबूलती हैं , लेकिन वह बताती हैं कि आज की तारीख में उनसे बात हुए भी लम्बा वक्त बीत चुका है 

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shahana goswami:जी 5 पर जल्द ही फिल्म डिस्पैच दस्तक देने जा रही है. मनोज बाजपेयी स्टारर इस फिल्म का अहम चेहरा अभिनेत्री शहाना गोस्वामी भी हैं. शहाना गोस्वामी ने  इस फिल्म ,करियर और उनकी करीबी दोस्त दीपिका पादुकोण पर उर्मिला कोरी से बातचीत की.पेश है बातचीत के प्रमुख अंश 

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डिस्पैच में सबसे ज्यादा अपीलिंग क्या था?

इस फिल्म में मेरे सोचने के लिए ज्यादा कुछ नहीं था क्योंकि कनु बहल इसके निर्देशक हैं और उनका काम मुझे हमेशा से बहुत पसंद है.मनोज बाजपेयी जी का क्या ही बोले. मैं तो हमेशा से उनकी फैन रही हूं. इस फिल्म में मेरे जितने भी सीन हैं.उन्हीं के साथ हैं. मुझे लगता है कि यह वजहें फिल्म से जुड़ने के लिए काफी थी.

जब मनोज बाजपेयी आपके को एक्टर हैं, क्या बेहतर करने का दबाव बढ़ जाता है ?

मैंने ये बात हमेशा कही है कि फिल्म मेकिंग मेरे लिए टीम स्पोर्ट्स है.आप एक ही टीम के लिए और एक ही विजन के लिए काम कर रहे हैं.आपको अपने साथ -साथ दूसरे का नहीं काम अच्छा हो. यह भावना होनी ही चाहिए.अगर आप ये सोचने लगे कि आपका काम अच्छा हो और दूसरे का नहीं तो वो फिल्म चलेगी ही नहीं.वैसी फिल्म से किसी को फायदा नहीं होगा.हमेशा चाहती हूं कि मेरा को एक्टर अच्छा करे ताकि मैं भी अच्छा करूं. अपने को एक्टर्स से हमेशा मेरी सीखने की कोशिश रहती है.

एक एक्टर के तौर पर मनोज बाजपेयी से क्या सीख मिली ?

अगर आप उनकी तरह के लोगों के साथ काम करते हैं, जो आपको सीन में प्रेजेंट रख सके, तो उतना ही सामने वाले एक्टर के लिए भी मज़ेदार बन जाता है.इसमें मनोज बाजपेयी का कोई सानी नहीं है. उनका लेवल ऑफ़ प्रजेंस किसी सीन में बहुत ज्यादा है.जिस वजह से आप भी अच्छे से इम्प्रोवाइज कर सकते हैं. अनएक्सपेक्टेड मोमेंट ला सकते हैं , जिसमें आप भी कुछ अच्छा एड कर सकती हैं, तो फिर उस तरह का माहौल बन जाता है.यही इस फिल्म के साथ हुआ.

क्या पुरुष एक्टर्स को देखकर ईर्ष्या नहीं होती कि उनके लिए इतना अच्छा किरदार लिखा जा रहा है ?

मैं अपने करियर को देखते हुए यह बात कह सकती हूं.हो सकता है कि हर अभिनेत्री मेरी तरह लकी ना हो. मैंने अपने करियर में ज्यादातर फीमेल डायरेक्टर और फीमेल राइटर के साथ काम किये हैं.जिनकी कहानियों में ज्यादातर फीमेल ही लीड होता है.ऐसी कई कहानियां की है, जो औरतों पर ही पूरी तरह से दर्शायी गयी .एक वक़्त था जब एक्टर की तरफ पलड़ा ज्यादा भारी था, लेकिन अब ऐसा नहीं है है.और यह लगातार जारी है. कभी किसी कहानी की ज़रूरत महिला पात्र है ,तो कभी पुरुष पात्र.डिस्पैच की कहानी भले ही पुरुष पात्र की है,लेकिन उससे जुड़ी कई महिलाओं की भी कहानी में अहम भूमिका है.

फिल्म के निर्देशक कनु बहल को बतौर निर्देशक किस तरह से परिभाषित करेंगी ?

कनु बहल डायरेक्टर  के तौर पर कई बार टेक करते हैं.उनको लगता कि नए टेक में हम कुछ नया अनुभव करें. यह मेरे लिए नया था क्योंकि मैंने ज्यादातर ऐसा काम किया है , जहां बहुत कम टेक में ही काम हो जाता है. मेरा मानना था कि शुरूआती टेक में ही मेरा परफॉरमेंस अच्छा होता है,लेकिन जब आप कनु के  प्रोसेस से जाते हैं तो आप पाते हैं कि दूसरे नुवान्सेस भी आपको अपने परफॉरमेंस में मिलते हैं.

शूटिंग से जुड़ी सबसे बड़ी चुनौती क्या थी ?

शूट में लॉकडाउन की वजह से रुकावट बार -बार हो रही थी. फिर जैसे ही शूटिंग शुरू हुई बारिश का मौसम आ गया और हमें उसके लिए भी रुकना पड़ा.फिर सेट पर लोग बीमार भी पड़ रहे थे. लगभग एक साल शूट में गया. किरदार के अंदर बाहर करने में मुझे नहीं लगता है कि इससे ज्यादा कभी समय गया होगा. टीम को एकजुट करना. ये सब फिल्म से जुड़ा मुश्किल प्रोसेस था.वैसे हम उस तरह से एक्टर्स में से हैं. जो गैप के बावजूद अपने किरदार से जुड़ जाते हैं.मसल्स मेमरी में रहता ही है, तो वो आ जाता है.आप उनलोगों के आसपास जैसे आते  जाते हैं, जिनके साथ मिलकर आपने वो दुनिया क्रिएट की है ,तो वो भी भाषा निकलकर आ ही जाती है.

क्या यह फिल्म शुरुआत से ही ओटीटी पर रिलीज होनेवाली थी ?

जब फिल्म बन रही थी तो ओटीटी का क्रेज नहीं था ,तो फिल्म थिएटर के लिए ही बनी थी लेकिन आज की हकीकत थिएटर में लार्जर देन लाइफ फिल्में ही दर्शकों की पसंद है. मुझे लगता है कि ये वक़्त की बात  है. बीता दौर वापस आएगा. हर चीज़ का एक साइकल होता है.फिर से बड़े बजट की फिल्मों के साथ -साथ छोटे बजट की फिल्मों के लिए भी दर्शक थिएटर आएंगे.  

दीपिका पादुकोण हाल ही में मां बनी हैं, क्या उनसे मुलाक़ात हुई ?

एक दौर था जब दीपिका पादुकोण के साथ मैं क्लोज थी.अब हमारा वैसा कनेक्शन रहा नहीं. हम अब एक दूसरे के टच  में भी नहीं है, एक अरसे से बात नहीं हुई है ,लेकिन मैं दीपिका और रणवीर के लिए बेहद खुश हूं. इस नए फेज के लिए उन्हें बहुत शुभकामनाएं.   


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