19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Govinda Birthday: राशन उधार लेने से लेकर एक साथ 70 फिल्में साइन करने तक, कुछ ऐसा है गोविंदा से सुपरस्टार बनने तक का सफर

Advertisement

Govinda Birthday: बॉलीवुड इंडस्ट्री के के जी यानी दर्शकों के दिलों पर 90 के दशक में राज करने वाले गोविंदा का आज 61वां जन्मदिन है. इस मौके पर हम उनके करियर पर एक नजर डालते हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Govinda Birthday: 90 के दशक में दर्शकों के दिलों पर राज करने वाले सुपरस्टार गोविंदा के चाहने वालों की दुनिया में कोई कमी नहीं है. बॉलीवुड इंडस्ट्री में ची-ची नाम से मशहूर एक्टर गोविंदा ने अपने 37 साल के करियर में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं. वह भारतीय सिनेमा के ऐसे कलाकारों में से एक हैं, जो किसी भी किरदार में जान डाल देते हैं. अभिनेता ने अपने करियर के दौरान एक्शन, इमोशन, रोमांस, कॉमेडी… हर जाॅनर की फिल्में कीं, लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा लोकप्रियता अपने कॉमिक किरदारों से मिली. आज गोविंदा अपना 61वां जन्मदिन मना रहे है. इस मौके पर आज हम उनके संघर्ष से लेकर स्टारडम तक के करियर पर एक नजर डालते हैं.

- Advertisement -

उधार में लेना पड़ता था राशन का सामान

गोविंदा का जन्म 21 दिसंबर, 1963 को एक पंजाबी परिवार में हुआ था, जो महाराष्ट्र आकर बस चुका था. उनके पिता अरुण आहूजा साल 1940 के दशक में एक स्ट्रगलिंग एक्टर थे. जबकि, उनकी मां निर्मला देवी दोनों शास्त्रीय गायिका और अभिनेत्री थीं. अरुण आहूजा ने गोविंदा के जन्म से पहले एक फिल्म प्रोड्यूस की थी, जो बहुत बुरी तरह पीटी थी. इसके बाद उन्हें भारी नुकसान का भार उठाना पड़ा था और इसी वजह से उनके आर्थिक स्थिति पर भी काफी प्रभाव पड़ा. गोविंदा ने बहुत पहले अपने पुराने दिनों को याद करते हुए एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि ‘बनिया मुझे घंटों खड़ा रखता था क्योंकि वह जानता था कि मैं सामान उधार में लूंगा. एक बार मैंने दुकान पर जाने से मना कर दिया. मेरी मां रोने लगी और मैं भी उसके साथ रोने लगा.’

गोविंदा का एक्टिंग डेब्यू

गोविंदा ने काफी विज्ञापनों में काम करने के बाद साल 1980 में एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा. वह उस वक्त के कई दिग्गज अभिनेताओं के साथ स्वर्ग, इल्जाम, खुदगर्ज, जीते हैं शान से जैसी फिल्मों में साइड एक्टर के किरदार में नजर आए और फिर साल 1986 में उनकी मेहनत रंग लाई और बतौर लीड उन्हें अपनी पहली फिल्म मिली, जिसका नाम था ‘लव 86’. इसके बाद गोविंदा की इल्जाम, फिर तन-बदन और सदा सुहागन सेक्सी फिल्में रिलीज हुईं. हालांकि, इन फिल्मों में से सबसे ज्यादा पसंद उन्हें तन-बदन फिल्म में किया गया, जिसका निर्देशन उनके मां ने किया था.

एक साथ 70 फिल्में साइन कीं

गोविंदा के करियर में टर्निंग पॉइंट तब आया, जब उन्हें अपने इंटरव्यू फिल्म की सफलता के बाद एक साथ 70 फिल्मों के ऑफर आए. हालांकि, इनमें से कुछ बंद हो गई और कुछ डेट्स की वजह से छोड़नी पड़ी थीं. एक समय तो ऐसा भी था जब एक्टर एक दिन में अपनी पांच-पांच फिल्मों की शूटिंग करते थे.

Also Read: 7 साल बाद खत्म हुआ गोविंदा-कृष्णा का वनवास

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें