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अर्चना पूरन सिंह का अब तक का सबसे गंभीर किरदार! कुमुद मिश्रा के साथ ‘हम दोनों’ में किया शानदार अभिनय

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नायर के पास इस विषय को चुनने का निजी कारण है. वह कहते हैं, 'जैसे-जैसे मेरे माता-पिता बूढ़े होते गए, मुझे एहसास हुआ कि मेडिकल इश्यूज और एक -दूसरे का साथ, इस तरह के विचार जो ज्यादातर उनके दिमाग में रहते थे. चूंकि हम में से अधिकांश लोग अब एकल परिवारों में रहते हैं और अपने माता-पिता से बहुत दूर हैं.

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पत्रकार से डॉक्यूमेंट्री और फीचर फिल्म निर्माता महेश नायर की शार्ट फिल्म हम दोनों में अर्चना पूरन सिंह और कुमुद मिश्रा ने कमाल अभिनय किया है. लाफ्टर क्वीन अर्चना पूरन सिंह बिल्कुल अलग अवतार में नजर आयी हैं. 12-मिनट की ये शार्ट फ़िल्म वीडियो एक बहुत ही गंभीर मुद्दे से रूबरू करवाती है और फिलहाल ये Apple TV पर स्ट्रीमिंग की जा रही है. फिल्म को मिल रही प्रतिक्रिया से उत्साहित महेश नायर अब इसे फीचर फिल्म में विस्तारित करने की प्लानिंग बना रहे हैं.

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इस विषय को चुनने का निजी कारण है

नायर के पास इस विषय को चुनने का निजी कारण है. वह कहते हैं, ‘जैसे-जैसे मेरे माता-पिता बूढ़े होते गए, मुझे एहसास हुआ कि मेडिकल इश्यूज और एक -दूसरे का साथ, इस तरह के विचार जो ज्यादातर उनके दिमाग में रहते थे. चूंकि हम में से अधिकांश लोग अब एकल परिवारों में रहते हैं और अपने माता-पिता से बहुत दूर हैं. वृद्ध जोड़े अकेलेपन से कैसे निपटते हैं? एक साथी दूसरे के लिए क्या कर सकता है यदि वह अब जीवित नहीं है? इस विचार के साथ-साथ अखबारों में छपी खबरों के साथ कि कैसे हरियाणा और उसके पड़ोसी राज्यों में 200 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया, मुझे हम दोनों बनाने का कारण मिला.

देव आनंद की ‘हम दोनों’ के गानों का प्रशंसक हूं

उस रिपोर्ट ने नायर को झकझोर दिया क्योंकि इसमें व्यक्तिगत दुर्घटना नीतियों के लाभों का दावा करने वाले लोगों का उल्लेख किया गया था जब वास्तव में रोगी की कैंसर से मृत्यु हो गई थी या उन्होंने खुद को मार लिया था क्योंकि वे इलाज का खर्च नहीं उठा सकते थे. वो कहते हैं कि, “मैंने इन दोनों मुद्दों को चुना और इस तरह हम दोनों की कहानी का जन्म हुआ. साथ ही मैं देव आनंद की पुरानी ‘हम दोनों’ फिल्म के गानों का प्रशंसक हूं. वह शीर्षक यहां उचित लगा.”

कहानी मनोरंजक होनी चाहिए

अपनी शार्ट फिल्म के लिए नायर दो बातों को लेकर आश्वस्त थे. कहानी मनोरंजक होनी चाहिए और उसमें एक ट्विस्ट होना चाहिए और दूसरी कि अभिनेताओं को कहानी उत्कृष्ट और यदि संभव हो तो आश्चर्यजनक लगनी चाहिए. हम दोनों की पूरी कहानी 50 साल की उम्र की महिला सरोज के नजरिए से सुनाई गई है जो हिसार, हरियाणा की हैं.

अर्चना पूरन सिंह को हरकोई जानता है

नायर कहते हैं, “मैं इसे किसी ऐसे व्यक्ति के माध्यम से बताना चाहता था जिसे लोग जानते थे. मैंने सोचा कि अर्चना पूरन सिंह को क्यों नहीं? कपिल शर्मा शो में उनकी हंसी के लिए हर कोई उन्हें जानता है. एक लंबे समय से उनके अभिनय को किसी न नही देखा और क्यों न उन्हें एक हरियाणवी महिला के रूप में पूरी तरह से उनकी लोकप्रिय छवि के खिलाफ डाला जाए?”

कुमुद और अर्चना दोनों मेरे पड़ोस में ही रहती हैं

उन्होंने किरदारों के बारे में कहा, “संयोग से कुमुद और अर्चना दोनों मेरे पड़ोस में ही रहती हैं. जब मैं अर्चना से मिला मैंने उनसे कहा कि मेरे पास उनके लिए एक भूमिका है जहां वह हंसी या मजाक नहीं करेगी. जहां न मेकअप होगा, न हेयरस्टाइल, जहां वह देहाती कपड़े पहनेगी और वह कहानी सुनने को बेताब थी. उन्हें रोल बेहद पसंद आया और वो इसे तुरंत करने के लिए तैयार हो गई. फिल्म में उन्होंने जिस शानदार तरीके से अभिनय किया हैं, वो देखते बनता हैं. वह एक बहुत अद्भुत प्रतिभा है!”

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ऑडियंस का कहानी में तल्लीन करने की कला है

नायर चाहते थे कि उनका पहला दृश्य एकदम सही सेट अप में हो और बाद के दृश्यों में जानकारी की कोई त्रुटि न हो क्योंकि फिल्म में एक आश्चर्यजनक खुलासा है. “आप फिल्म में जो नहीं कहते या दिखाते हैं वह उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कहा या दिखाया गया है. एक लघु फिल्म एक दम बंधी हुई और ऑडियंस का कहानी में तल्लीन करने की कला है.मेरा विचार यह था कि जब आप फिल्म को दोबारा देखते हैं, तो आपको यह एहसास होना चाहिए, “ओह इसलिए उसने ऐसा किया!

महेश नायर की आनेवाली फिल्में

महेश नायर के एजेंडे में अगली दो फीचर फिल्में हैं, जिनकी अगले साल शूटिंग शुरू करने के लिए बातचीत चल रही है. उन्होंने कहा, “पहला रिफ्रेशिंग रियलिस्टिक रोम-कॉम है जिसका नाम है मैं, तुम और प्राइम मिनिस्टर एक ऐसी पृष्ठभूमि पर आधारित है जिसे लोगों ने भारत में नहीं देखा है. दूसरी शॉर्ट ‘हम दोनों’ की एक थ्रिलर फीचर फिल्म संस्करण है, जहां आपने जो कहानी देखी वह है फीचर फिल्म की बैकस्टोरी होगी.”

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