नयी दिल्ली: टीवी पर सबसे चर्चित क्राइम शो की एंकरिंग करने वाले सुहैब इलियासी को उसकी पत्नी की हत्या के आरोप में दिल्ली की एक अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. बुधवार को कड़कड़डुमा कोर्ट ने हत्या के 17 साल बाद इस मामले में सजा का ऐलान करते हुए सुहैब को उम्रकैद की सजा सुनाई है. 17 साल पहले टीवी के सबसे लोकप्रिय क्राइम शो ‘इंडियाज मोस्ट वांटेड’ के एंकर सुहैब ने साल 2000 में अपनी पत्नी अंजू इलियासी की हत्या की थी.
Former TV producer Suhaib Ilyasi sentenced to life imprisonment by a Delhi court for murder of his wife. pic.twitter.com/UFsm0lJT0G
— ANI (@ANI) December 20, 2017
साल 1998 में अपना क्राइम शो शुरू करने के बाद सुहैब टेलीविजन की दुनिया का चर्चित चेहरा बन गया था. अपने क्राइम शो के जरिये कितनों की मुजरिमों को पकड़वाने वाले सुहैब ने अपनी पत्नी की हत्या की सुसाइड की स्क्रिप्ट तो शानदार लिखी थी लेकिन पुलिस की पैनी निगाहों से वे खुद को बचा नहीं पाया.
दरअसल 11 जनवरी 2011 को सुहैब की पत्नी अंजू इलियासी की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई थी. शुरुआत में तो सुहैब पुलिस की आंखों में धूल झोंकने में सफल रहा और उसने पत्नी की हत्या को सुसाइड बना दिया. लेकिन हकीकत तो यह थी कि उसने अपनी पत्नी की हत्या की थी.
सुहैब ने अपनी पत्नी की मौत की खबर सबसे पहले अपने दोस्त को दी. सुहैब ने अपने दोस्त को बताया कि अंजू ने सुसाइड कर लिया है. लेकिन जैसे ही यह बात अंजू के घरवालों को पता चली उन्होंने इल्जाम लगाया कि वो सुसाइड नहीं कर सकती, बल्कि उसका कत्ल किया गया है.
पहले तो सुहैब इसे सुसाइड बताता रहा लेकिन जब पुलिस ने जांच शुरू की तो एक के एक परतें खुलती गई. मार्च 2000 में सुहेब इलियासी को दहेज हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. लेकिन कुछ समय बाद ही वो बेल पर बाहर आ गया. अंजू का परिवार पुलिस की जांच से खुश नहीं था. वे मामले को लेकर हाईकोर्ट पहुंचे. साल 2014 में हाईकोर्ट ने पुलिस से कहा कि हत्या की धाराओं में मुकदमें की जांच की जाये.
पुलिस ने नये सिरे से जांच की पड़ताल शुरु की. जांच में पुलिस ने पाया कि सुहैब ने ही पत्नी की हत्या करवाई थी. हत्या कैंची से की गई थी. वहीं पोस्टमार्टम करनेवाले 3 डॉक्टरों में से एक डॉक्टर ने भी हत्या का शक जताया था. इसके के बाद 5 डॉक्टरों का पैनल बनाया गया. उन डॉक्टरों ने भी अंजू की मौत पर हत्या का शक जता दिया. दरअसल अंजू की मौत का समय 10 बजकर 45 मिनट पर बताया गया जबकि सुहेब उसे 12 बजकर 26 मिनट पर एम्स लेकर पहुंचा था.
जांच में यह बात भी सामने आई कि दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था. पुलिस ने सारे सबूत कोर्ट के सामने रखे और कोर्ट ने सुहैब इलियासी को हत्या का दोषी करार दिया.
बता दें कि सुहैब इलियासी और अंजू साल 1989 में जामिया मिलिया इस्लामिया में एक साथ पढ़ रहे थे. दोनों को प्यार हुआ. लेकिन अंजू के घरवालों ने इस रिश्ते का विरोध किया. इसके बाद दोनों लंदन चले गये.
घरवालों के विरोध के बावजूद सुहैब और अंजू ने साल 1993 शादी कर ली. सुहेब ने अंजू के सुसाइड वाली कहानी को शातिराना तरीके से गढ़ी थी और उसकी इस कहानी पर सबको यकीन भी होने लगा था लेकिन पुलिस की तफ्तीश ने सबकुछ सामने ला दिया.