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बुजुर्गो के दर्द को बयां करती शॉर्ट फिल्‍म ”सांझ”, देखें वीडियो

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पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए पटना के युवा कार्टूनिस्ट गौरव की दूसरी शॉर्ट फिल्‍म ‘सांझ’ रिलीज हो गई है. ‘सांझ’ एक ऐसे बुजूर्ग की कहानी है जो भरे-पूरे परिवार के बीच होता हुआ तिरस्कृत जीवन जी रहा है. बेटे-बहू और पोते के होते हुए भी शारीरिक बीमारी की चपेट में आने के बाद […]

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पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए पटना के युवा कार्टूनिस्ट गौरव की दूसरी शॉर्ट फिल्‍म ‘सांझ’ रिलीज हो गई है. ‘सांझ’ एक ऐसे बुजूर्ग की कहानी है जो भरे-पूरे परिवार के बीच होता हुआ तिरस्कृत जीवन जी रहा है. बेटे-बहू और पोते के होते हुए भी शारीरिक बीमारी की चपेट में आने के बाद परिवारवालों द्वारा उपेक्षित है. पूरा परिवार उसे बस अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करता है. परिवार से मिली इस उपेक्षा और नारकीय जीवन से विरक्त हो चुका वो बुजूर्ग आखिरकार एक ऐसा कदम उठा लेता है जो उसके परिवारवालों के लिए एक सबक बन जाता है.

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आज समाज में हर ओर ऐसे कई दृश्य देखने मिल जाते हैं जो यह सोचने को मजबूर कर देते हैं कि आखिर हमारे समाज में बुजूर्गो का स्थान क्या है. समाज में एक विकार के रूप में जड़ जमा रहे मुद्दे को इस फिल्म में काफी संजीदगी से फिल्माया गया है. फिल्म के कलाकारों में गौरव के अलावा अनुराग प्रधान, अश्वनी राय और शामिल हैं.

इससे पहले ‘काश-थिंक बिफोर यू एक्ट’ नाम से अपनी पहली शार्ट फिल्म बनाई थी. लगभग 11 मिनट की इस फिल्म में एक ऐसे लड़के की कहानी थी, जो गांव से शहर पढने आता है. यहां की चकाचौंध और प्यार की जाल में फंस कर वह अपने जीवन की कहानी को पूर्णविराम देने का फैसला कर लेता है. अपने माता-पिता के नाम अपनी अंतिम चिट्ठी लिखते वक्त उसके जेहन में क्या-क्या ख्याल आते हैं और आखिरकार उसके साथ क्या होता है? यही फिल्म का मुख्य थीम था. फिल्म अगस्त, 2016 को यूट्यूब के जरीये रिलीज की गयी थी. काश रिलीज के बाद विभिन्न समाचारपत्रों, चैनलों और वेबसाइट्स के साथ-साथ पटना फिल्म फेस्टिवल में भी काफी सराही गयी थी.

https://www.youtube.com/watch?v=kKIdj9seUjQ

गौरव अब तक पटना के प्रमुख अखबारों में कार्टूनिस्ट के रूप में काम कर चुके हैं, फिलहाल वे प्रभात खबर के साथ जुड़े हैं. समाचारपत्न में काम करने के साथ-साथ रंगमंच व नुक्कड़ नाटकों में गौरव की खासी दिलचस्पी है. फिल्म और फिल्मी दुनिया के सागर में डुबकी लगाते रहने में गौरव को बड़ा आनंद आता है. इस फिल्म में अभिनय करने के साथ-साथ, गौरव फिल्म के लेखक, निर्माता, निर्देशक भी हैं.

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