28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

World Trade : दुनियाभर में होने वाले व्यापार में इन छह प्रमुख ‘मुद्राओं’ का है अहम योगदान, जानें रोचक बातें

Advertisement

दुनियाभर के अलग-अलग देशों की अपनी करेंसी है. विश्व व्यापार के मामले में डॉलर को वैश्विक करेंसी माना जाता है. आइए दुनिया के कुछ प्रमुख करेंसी के बारे में जानते हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

World Trade : पिछले कुछ वर्षों में भारतीय करेंसी रुपये की वैल्यू में तेज गिरावट देखी गयी. भारतीय रुपया एक डॉलर के मुकाबले 83.48 रुपये तक पहुंच गया, जो कि अभी तक के इतिहास का सबसे निचला स्तर है. हालांकि, कुछ दिनों से इसमें सुधार हुआ है. विशेषज्ञों के अनुसार आगे और सुधार होने की संभावना है. दुनियाभर के प्रमुख देशों की मुद्रा की अपनी एक अलग और खास पहचान है. इस पहचान को उस देश की मुद्रा का प्रतीक चिह्न भी कहा जाता है.

- Advertisement -

सबसे मजबूत मुद्रा है यूएस डॉलर ($)

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि दुनियाभर का 80 प्रतिशत से ज्यादा व्यापार यूएस डॉलर के माध्यम से होता है. इससे इसकी शक्ति का अंदाजा आप स्वत: लगा सकते हैं. इसके साथ ही दुनियाभर में 40 प्रतिशत के आसपास कर्ज यूएस डॉलर के माध्यम से दिये जाते हैं. अमेरिकी डॉलर यूएसए की नेशनल करेंसी है. एक डॉलर में सौ सेंट होते हैं. पचास सेंट के सिक्के को आधा डॉलर कहा जाता है, जबकि पच्चीस सेंट के सिक्के को क्वार्टर कहते हैं. वहीं, दस सेंट का सिक्का डाइम कहलाता है और पांच सेंट के सिक्के को निकॅल कहते हैं. यूएसए में एक सेंट को पैनी के नाम से जाना जाता है, वहीं यूएस डॉलर के नोट एक, पांच, 10, 20, 50 और 100 डॉलर में मिलते है. अमेरिकी डॉलर को दर्शाने के लिए अंग्रेजी के US यानी यूनाइटेड स्टेट्स को जोड़ दिया गया, जिससे अमेरिकी मुद्रा डॉलर चिह्न ($) में को चिह्नित किया जा सके.

यूरोपीय देश करते हैं यूरो (€) का प्रयोग

यूरो यूरोपीय देशों की सबसे पॉपुलर करेंसी है. इस मुद्रा को € चिह्न से पहचाना जाता है. यूरोपीय संघ के 28 देशों में से 19 सदस्य देशों की यह आधिकारिक मुद्रा है. यूरोजोन में फ्रांस, जर्मनी, इटली, ग्रीस, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, साइप्रस, फिनलैंड, आयरलैंड, लग्जम्बर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्लोवेनिया, स्लोवाकिया और स्पेन शामिल हैं. इनके अलावा कई अन्य यूरोपीय देशों में भी यूरो प्रचलन में है. दुनियाभर में अमेरिकी डॉलर के बाद यूरो दूसरी सबसे प्रचलित व मजबूत मुद्रा है.

जापानी येन (¥) तीसरी मजबूत करेंसी

जापान की मुद्रा येन को ¥ से दर्शाया जाता है. यह येन मुद्रा का आधिकारिक प्रतीक चिह्न है और इसका कोड JPY है. अमेरिकी डॉलर और यूरो के बाद यह विदेशी मुद्रा बाजार में तीसरी सबसे बड़ी व्यापरिक मुद्रा मानी जाती है. रिजर्व करेंसी के रूप में यह यूएस डॉलर, यूरो और ब्रिटिश पाउंड के बाद व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाती है. इसके प्रतीक चिह्न में सामान्य तौर पर देखें तो अंग्रेजी का कैपिटल वाइ बना होता है. उसके ऊपर इक्वल यानी बराबर का साइन ¥ बना होता है.

चौथी मजबूत करेंसी पाउंड स्टर्लिंग (£)

ब्रिटेन (यूनाइटेड किंगडम) की आधिकारिक मुद्रा पाउंड स्टर्लिंग के तौर पर जानी जाती है. आमतौर पर बोलचाल में इसको पाउंड भी कहा जाता है. इस मुद्रा का प्रतीक चिह्न £ है. देखने में यह अंग्रेजी के Lऔर E अक्षर से मिलकर बनी दिखायी देती है. इसका संदर्भ लिव्र या लीरा से होता है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा मानक में इस करेंसी को GBP यानी ग्रेट ब्रिटेन पाउंड के तौर पर मान्यता प्राप्त है. ग्रेट ब्रिटेन पाउंड विदेशी बाजार में यूएस डॉलर, यूरो व येन के बाद चौथी सबसे ज्यादा प्रचलित करेंसी है. ब्रिटिश पाउंड के अलावा इजिप्टियन पाउंड EGP, लेबनानी पाउंड LBP, दक्षिण सूडानी पाउंड SSP, सूडानी पाउंड SDG और सीरियाई पाउंड SYP भी मुद्राएं हैं, लेकिन इनके अपने कोई प्रतीक चिह्न नहीं हैं.

विश्व व्यापार का हिस्सा बन रहा रुपया (₹)

इंडियन करेंसी के लिए एक ऑफिसियल प्रतीक-चिह्न (₹) को 15 जुलाई, 2010 को चुना गया था. इसे आइआइटी, गुवाहाटी के प्रोफेसर डी उदय कुमार ने डिजाइन किया है. यूएस डॉलर, ग्रेट ब्रिटेन पाउंड, येन और यूरो के बाद रुपया पांचवी ऐसी मुद्रा है, जो अपने प्रतीक चिह्न से पहचानी जाती है. रुपये के नोट एक, पांच, 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2000 में मिलते हैं. अपने देश में हम रुपये की मदद से लेन-देन करते हैं. दुनिया के अधिकांश देशों से व्यापार जहां हम डॉलर के माध्यम से करते हैं, वहीं रूस जैसे कई देशों के साथ हमने अपनी करेंसी रुपये में भी व्यापार करना शुरू कर दिया है, जो रुपये के भविष्य के लिए अच्छे संकेत हैं.

चीन की मुद्रा के दो नाम- युआन व रॅन्मिन्बी

चीनी की करेंसी को दो अलग नामों से जाना जाता है. एक को चीनी युआन और दूसरा पीपुल्स रॅन्मिन्बी के नाम से प्रचलित है. चीन की करेंसी का इतिहास हजारों वर्षों से पहले का है. वर्ष 1949 में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (कम्युनिस्ट सरकार) की स्थापना के बाद चीन में पीपुल्स रॅन्मिन्बी को आधिकारिक मुद्रा घोषित किया गया. इसका अर्थ लोगों की मुद्रा है. असल में युआन, रॅन्मिन्बी की ही एक इकाई है. किसी चीज की कीमत एक युआन या 10 युआन हो सकती है. जापानी येन की तरह इसे भी CN’¥’ चिन्ह द्वारा दर्शाया जाता है.

Also Read : Personal Finance : बच्चे भी डालें बचत की आदत, जानें बचत के आसान तरीके

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें