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Sunday, February 9, 2025 | 03:41 am
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दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
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National Technology Day : तकनीक का विस्तार दे रहा भविष्य को आकार

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भारत 1998 में पोखरण में सफल परमाणु परीक्षण को याद करने के लिए हर साल 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाता है. इस दिन को मनाने का एक उद्देश्य देश के युवाओं को तकनीकी के क्षेत्र में बन रही भविष्य की संभावनाओं से अवगत कराना भी है. नेशनल टेक्नोलॉजी डे के खास अवसर पर डालते हैं एक नजर संभावनाओं भरे इन क्षेत्रों पर...

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भारतीय नौकरी बाजार के गतिशील परिदृश्य में टेक्नोलॉजी ट्रांसफॉर्मेशन में सबसे आगे है. राष्ट्र जिस तरह से डिजिटलीकरण को अपना रहा है, तकनीकी पेशेवरों की मांग बढ़ रही है. डेटा साइंटिस्ट के रूप में डेटा का विश्लेषण करने से लेकर एआई इनोवेशन की इंजीनियरिंग तक, प्रत्येक टेक्नोलॉजी सेक्टर युवाओं को तकनीकी की विकसित दुनिया में आगे बढ़ने के अलग-अलग रास्ते प्रदान कर रहे हैं. आप अगर विज्ञान के छात्र हैं, तो इन हाई डिमांडिंग करियर के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं…  

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बन सकते हैं एआई एवं मशीन लर्निंग इंजीनियर   

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी के विकास के साथ इस क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की मांग तेजी से बढ़ी है. एआई और एमएल इंजीनियर इंटेलिजेंट सिस्टम्स को डेवलप करने, तर्क करने और निर्णय लेने वाली बुद्धिमान प्रणालियों को विकसित करने के लिए जिम्मेदार होते हैं. वे जटिल समस्याओं को हल करने के लिए एल्गोरिदम डिजाइन करते हैं, न्यूरल नेटवर्क बनाते हैं और बड़ी मात्रा में डेटा पर मॉडल को प्रशिक्षित करते हैं.
आवश्यक योग्यता : फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं मैथ्स से बारहवीं पास करनेवाले छात्र कंप्यूटर साइंस में बीटेक कर एआई में एमटेक कर सकते हैं. आप चाहें तो बीटेक के बाद एआई में पीजी डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते हैं. आपको पायथन, जावा, डेटा एनालिसिस, हडूप, बिग डेटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग, आर आदि प्रोग्रामिंग भाषाओं का ज्ञान भी प्राप्त करना होगा.   
करियर राहें : आज हेल्थ से लेकर फाइनेंस सेक्टर तक में एआई व मशीन लर्निंग के माध्यम से क्रांति लाने की तैयारी की जा रही है. ऐसे में एआई एवं मशीन लर्निंग इंजीनियर के लिए भविष्य की संभावनाएं काफी उज्ज्वल है. 

सॉफ्टवेयर डेवलपर की है भारी मांग 

कंप्यूटर, लैपटॉप व माेबाइल पर हमारी बढ़ती निर्भरता ने सॉफ्टवेयर डेवलपर की मांग को बढ़ा दिया है. ये प्रोफेशनल्स एप्लीकेशन व सिस्टम के लिए सॉफ्टवेयर को डिजाइन, क्रिएट और मेंटेन रखने का काम करते हैं. आप अगर कंप्यूटर व टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी रखते हैं, तो बतौर सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ सकते हैं.   
आवश्यक योग्यता : गणित से बारहवीं करने के बाद कंप्यूटर साइंस, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, डेटा साइंस, मैथमेटिक्स, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी आदि में स्नातक कर आप सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने की पहल कर सकते हैं. आपको जावा, पायथन व सी++ जैसी प्रोग्रामिंग भाषाएं भी सीखनी होंगी. देश के प्रतिष्ठित संस्थानों से सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का कोर्स करने के लिए आपको जेईई और बिटसेट जैसी प्रवेश परीक्षाएं भी पास करनी पड़ सकती हैं.  
करियर राहें : सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के क्षेत्र में आप गूगल, आईबीएम, इंटेल व माइक्रोसॉफ्ट जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में फुल स्टैक डेवलपर, वेब डेवलपर, डेस्कटॉप डेवलपर, मोबाइल डेवलपर, ग्राफिक्स डेवलपर, गेम डेवलपर, बिग डेटा डेवलपर, सिक्योरिटी डेवलपर आदि के रूप में करियर बना सकते हैं. इसके अलावा आप आइटी कंपनियों में नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर, डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर, नेटवर्क प्रोग्रामर, टेस्टर, सिस्टम एनालिस्ट, बिजनेस एनालिस्ट, सिस्टम इंजीनियर, वेब डिजाइनर एवं टेक्निकल सपोर्ट आदि के रूप में भी जॉब कर सकते हैं.  

डेटा साइंटिस्ट के लिए है अच्छा स्कोप

ऑनलाइन गतिविधियों में आयी तेजी के कारण कंपनियों द्वारा डेटा संरक्षण कई गुना बढ़ गया है, जिससे बड़ी तादाद में ऐसे पेशेवरों की जरूरत महसूस की जा रही है, जो एकत्रित डेटा का विश्लेषण कर कंपनियों व वित्तीय संस्थाओं का बिजनेस बढ़ाने में सहयोग दे सकें. ऐसे में आप अगर आंकड़ों का आकलन करनेवाले इस विज्ञान में रुचि रखते हैं, तो डेटा साइंस क्षेत्र में करियर के बेहतरीन संभावनाएं तलाश सकते हैं.
आवश्यक योग्यता : डेटा साइंटिस्ट के लिए देश में कई संस्थानों द्वारा बिजनेस एनालिटिक्स स्पेशलाइजेशन में शॉर्ट टर्म कोर्स कराये जा रहे हैं. आईआईएम कोलकाता, आईएसआई कोलकाता और आईआईटी खड़गपुर संयुक्त रूप से दो वर्षीय फुल टाइम पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बिजनेस एनालिटिक्स प्रोग्राम कराता है. इसके अलावा सर्टिफिकेट इन बिग डेटा एनालिटिक्स एंड ऑप्टिमाइजेशन, पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट इन डेटा साइंस, पीजी डिप्लोमा इन डेटा एनालिटिक्स, एमएससी इन डेटा साइंस एंड एनालिटिक्स, दो वर्षीय फुल टाइम पीजीडीएम इन डेटा साइंस या प्रोग्राम इन एनालिटिक्स कोर्स करके आप इस क्षेत्र में प्रवेश की राह बना सकते हैं.
करियर राहें : डेटा साइंस की अच्छी जानकारी रखनेवाले युवाओं के लिए सरकारी व प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में जॉब के अवसर उपलब्ध हैं. आप डेटा साइंटिस्ट, डेटा एनालिस्ट, सीनियर इंफॉर्मेशन एनालिस्ट, इंफॉर्मेशन ऑफिसर, डेटा ऑफिसर, सॉफ्टवेयर टेस्टर, सपोर्ट एनालिस्ट और बिजनेस एनालिस्ट के तौर पर करियर बना सकते हैं. प्राइवेट सेक्टर में आईटी, बैंक, इंश्योरेंस, फाइनेंस, टेलीकॉम, इ-कॉमर्स, रिटेल और आउटसोर्सिंग कंपनियों में डेटा साइंस प्रोफेशनल्स की बहुत मांग है.  

साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स के लिए बढ़े हैं मौके 

आज हम ऐसे दौर में जी रहे हैं, जहां इंटरनेट का इस्तेमाल लगभग हर क्षेत्र में किया जा रहा है. तेजी से बढ़ रहे डिजिटल स्पेस के साथ साइबर हमलों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है. साइबर हमलों सतर्क रहने एवं इसके नुकसान से बचने के लिए विभिन्न क्षेत्रों की कंपनियां को साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स की आवश्यकता पड़ रही है. आप अगर विज्ञान के छात्र हैं और कंप्यूटर में रुचि रखते हैं, तो साइबर सिक्योरिटी की शिक्षा हासिल कर इस क्षेत्र में अपने लिए बेहतरीन संभावनाएं तलाश सकते हैं.
आवश्यक योग्यता : फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स के साथ बारहवीं पास करने के बाद आप सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स के माध्यम से इस क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं. अगर आप इस क्षेत्र में सफलता की ऊंचाई तक पहुंचना चाहते हैं, तो आपको कंप्यूटर इंजीनियरिंग या कंप्यूटर साइंस या आईटी में बीटेक/ बीई करना होगा. इसके बाद कंप्यूटर साइंस/ कंप्यूटर इंजीनियरिंग/ नेटवर्क इंजीनियरिंग/ आइटी/ साइबर सिक्योरिटी/ इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी एवं कंप्यूटर फॉरेंसिक में एमटेक करने का विकल्प भी है. साइंस ही नहीं, इस क्षेत्र में आर्ट्स एवं कॉमर्स के छात्रों के लिए भी मौके हैं, बशर्ते उनमें दिनोंदिन एडवांस होती टेक्नोलॉजी को जानने की ललक, तार्किक ढंग से सोचने का गुण और समस्या की जड़ को समझने की काबिलियत होनी चाहिए.
करियर राहें : साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल के रूप में आप विभिन्न संस्थानों में चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर (सीएसओ), चीफ इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी ऑफिसर (सीआईएसओ), सिक्योरिटी एनालिस्ट, सिक्योरिटी इंजीनियर आदि पदों पर काम सकते हैं. इसके अलावा बैंकिंग, मार्केट रिसर्च, आर एंड डी, टेलीकम्युनिकेशन जैसे सेक्टर्स में साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञों की काफी मांग है.   

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