Tea History: चाय दुनिया भर में लोकप्रिय पेय पदार्थ है. इसका इतिहास काफी पुराना है और इसकी खोज सबसे पहले चीन में हुई थी. चाय का इतिहास जानना न केवल दिलचस्प है, बल्कि इसके बारे में जानकारी रखना भी महत्वपूर्ण है.
चाय की खोज चीन में हुई
चाय की खोज ईसा पूर्व 2737 में चीन के सम्राट शेननंग ने की थी. वह अक्सर उबला पानी पीते थे. एक बार जब वह जंगल से गुजर रहे थे, तो पीने के लिए पानी उबाला जा रहा था. इस दौरान बर्तन में पेड़ की कुछ पत्तियां आ गिरीं, जिससे पानी का रंग बदल गया. जब उन्होंने इसे पिया, तो पीने में ताजगी महसूस की. इसके बाद उन्होंने इस पेय का नाम ‘चा’ रखा, जो बाद में चाय के नाम से जाना जाने लगा.
चाय का भारत में प्रसार
चाय का इतिहास भारत से नहीं जुड़ा है, लेकिन यहां इसकी लोकप्रियता काफी अधिक है. भारत में चाय की खेती सबसे पहले असम में शुरू की गई थी. ब्रिटिश शासन के दौरान, 1823 में रॉबर्ट बर्बर ने असम में चाय की खेती शुरू की. इसके बाद धीरे-धीरे चाय का प्रसार पूरे भारत में हुआ. चाय भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा बन गई है. यहां चाय को ‘चाय’ के नाम से जाना जाता है. चाय के प्रति भारतीयों की दीवानगी इतनी है कि बिना चाय के किसी भी काम में मन नहीं लगता. चाय को सुबह-शाम पीना भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा बन गया है.
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Tea History: वैश्विक प्रसार
चाय की लोकप्रियता केवल भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह दुनिया भर में काफी मशहूर है. चाय को विभिन्न देशों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। जैसे, चीन में इसे ‘चा’, जापान में ‘टी’, अंग्रेजी में ‘टी’ और हिंदी में ‘चाय’ कहा जाता है. चाय की लोकप्रियता को देखते हुए, हर साल 21 मई को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस मनाया जाता है. इस दिन चाय के इतिहास और महत्व के बारे में जागरूकता फैलाई जाती है. चाय के प्रति लोगों की दीवानगी को देखते हुए, कई कंपनियों ने भी चाय पर बड़े-बड़े स्टार्टअप खड़े कर दिए हैं.
Tea History: इस प्रकार, चाय का इतिहास काफी पुराना है और इसकी खोज सबसे पहले चीन में हुई थी. भारत में भी चाय की खेती और लोकप्रियता काफी अधिक है. चाय दुनिया भर में लोकप्रिय पेय पदार्थ है और इसके प्रति लोगों की दीवानगी को देखते हुए, इसका महत्व और भी बढ़ जाता है.
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