25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Year Ender 2023: इस साल दलाल स्ट्रीट की पहली पसंद बने छोटे शेयर, स्मॉल कैप और मिड कैप पर मिला बंपर रिटर्न

Advertisement

Year Ender 2023: मिडकैप और स्मॉलकैप खंड अपने बड़े समकक्षों से आगे निकल रहे हैं. इस साल 22 दिसंबर तक बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 13,074.96 अंक या 45.20 प्रतिशत का आया, जबकि मिडकैप सूचकांक 10,568.18 अंक या 41.74 प्रतिशत चढ़ा.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Year Ender 2023: छोटे शेयर 2023 में दलाल स्ट्रीट की पहली पंसद बने रहे. देश के बेहतर आर्थिक बुनियादी सिद्धांतों और भारी खुदरा निवेशकों की भागीदारी से इक्विटी बाजार के लिहाज से 2023 एक लाभप्रद वर्ष साबित हुआ है. विशेषज्ञों का मानना है कि शेयर बाजारों में लंबे समय से तेजी का दौर जारी है. मिडकैप और स्मॉलकैप खंड अपने बड़े समकक्षों से आगे निकल रहे हैं. इस साल 22 दिसंबर तक बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 13,074.96 अंक या 45.20 प्रतिशत का आया, जबकि मिडकैप सूचकांक 10,568.18 अंक या 41.74 प्रतिशत चढ़ा. वहीं इस अवधि में बीएसई का 30 शेयर वाले सूचकांक सेंसेक्स में 10,266.22 अंक या 16.87 प्रतिशत की तेजी आई. इस साल 20 दिसंबर को स्मॉलकैप सूचकांक 42,648.86 अंक के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया और उसी दिन मिडकैप सूचकांक भी 36,483.16 अंक के अपने रिकॉर्ड शिखर पर पहुंच गया. बीएसई सूचकांक भी 20 दिसंबर को अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर 71,913.07 अंक पर पहुंच गया था. मिडकैप सूचकांक उन कंपनियों पर नजर रखता है जिनका बाजार मूल्य औसतन ‘ब्लू चिप’ (कंपनियां जिनके शेयरों की कीमतें उच्ची हैं) का पांचवां हिस्सा है, जबकि स्मॉलकैप कंपनियां उसका करीब दसवां हिस्सा हैं.

- Advertisement -

Also Read: Year Ender 2023: अर्थव्यवस्था में तेजी से विदेशी निवेशकों की पसंद बना भारत, जानें 2024 में क्या होगा हाल

खुदरा निवेशकों से आयी बाजार में बहार

विश्लेषकों ने इस साल इक्विटी बाजार में तेजी का श्रेय बेहतर घरेलू व्यापक आर्थिक बुनियादी सिद्धांतों और खुदरा निवेशकों के विश्वास को दिया. एयूएम कैपिटल के राष्ट्रीय प्रमुख (वेल्थ) मुकेश कोचर ने कहा कि जब समग्र अर्थव्यवस्था मजबूत हो जाती है, तो स्मॉलकैप तथा मिडकैप खंड अच्छा प्रदर्शन करते हैं. कोचर ने इक्विटी बाजार के लिहाज से 2023 को एक बड़ा वर्ष करार दिया. उन्होंने कहा कि हमने व्यापक भागीदारी के साथ नई ऊंचाई देखी है. विशेषज्ञों का मानना है कि 2023 में भारी तेजी के बाद निकट अवधि में छोटे शेयरों में सुधार आ सकता है. उथल-पुथल भरी शुरुआत के बाद साल के अंतिम भाग में बाज़ार को अपनी चमक वापस मिल गई. इस साल 28 मार्च को स्मॉलकैप और मिडकैप सूचकांक अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गए थे. बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 28 मार्च को अपने एक साल के निचले स्तर 26,120.32 अंक पर रहा, जबकि मिडकैप सूचकांक उसी दिन अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर 23,356.61 अंक पर पहुंच गया था. वहीं, इस साल 20 मार्च को बीएसई सेंसेक्स सूचकांक अपने एक साल के निचले स्तर 57,084.91 अंक पर पहुंच गया था.

वैश्विक आर्थिक परिवेश रहे चिंता का विषय

निवेशकों को बड़े वैश्विक बैंकों में उथल-पुथल से लेकर व्यापक आर्थिक चिंताओं तक कई नकारात्मक खबरों से जूझना पड़ा. हालांकि, नवंबर और दिसंबर के महीनों में बाजार ने वापसी की. विश्लेषकों का मानना है कि छोटे शेयर आमतौर पर स्थानीय निवेशकों द्वारा खरीदे जाते हैं जबकि विदेशी निवेशक ‘ब्लू चिप’ या बड़ी कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करते हैं. मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड की निदेशक पल्का अरोड़ा चोपड़ा ने इस साल बाजार में तेजी की मुख्य वजह बने कई कारकों को रेखांकित किया. इसमें खुदरा निवेशकों की भागीदारी में वृद्धि, सितंबर तिमाही में उम्मीद से अधिक 7.6 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि और निवेशकों का अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा जल्द ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद करना आदि शामिल है. अन्य कारक 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद राजनीतिक स्थिरता और 2023 में इक्विटी बाजार में विदेशी कोष प्रवाह का संकेत हैं. इस साल अभी तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का कुल निवेश 1.62 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है. एफपीआई ने इस महीने अभी तक भारतीय इक्विटी बाजारों में 57,300 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है.

(भाषा इनपुट के साथ)

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें