16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

तीन सरकारी बीमा कंपनियों में बड़ा बदलाव करने जा रही सरकार, इसमें आप वाली कौन?

Advertisement

PSU Stocks: बीमा क्षेत्र में घाटा या मुनाफा गिरावट भी एक चुनौती बनी हुई है. सरकारी बीमा कंपनियों का बाजार हिस्सेदारी लगातार घट रही है. वित्त वर्ष 2024 में इन कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी घटकर 31.18 फीसदी पर आ गई.

Audio Book

ऑडियो सुनें

PSU Stocks: केंद्र सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की तीन बीमा कंपनियों का कायाकल्प करने की तैयारी में जुट गई है. उसने इसके लिए बड़ा प्लान तैयार किया है. इसके लिए सरकार ने अभी हाल ही में पूंजी की जरूरतों की समीक्षा की है. समीक्षा के बाद अब सरकार न कंपनियों में खुद ही पैसा डालेगी या फिर किसी दूसरे तरीके से फंड जुटा सकती है. सरकार तमाम संभावनाओं पर विचार कर रही है. संभावना यह भी जाहिर की जा रही है कि सरकार इन तीन कंपनियों का विलय करके एक कंपनी बना सकती है. ये तीन बीमा कंपनियां न्यू इंडिया इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस हैं, जिनका सरकार कायाकल्प करना चाहती है. अगर सरकार अपनी योजना को अमलीजामा पहनाने में सफल हो जाती है, तो रक्षा, रेलवे और ऊर्जा क्षेत्र के बाद अब बीमा क्षेत्र में एक बड़ा देखने को मिल सकता है.

- Advertisement -

बीमा कंपनियों का विलय कर सकती है सरकार

अंग्रेजी की वेबसाइट मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार कुछ बीमा कंपनियों का न्यू इंडिया इंश्योरेंस में विलय करने की योजना बना रही है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सरकार इन बीमा कंपनियों में उनके मुनाफे के अनुपात में नई पूंजी डालने पर भी विचार कर रही है. इससे पहले सरकार ने गैर-जीवन बीमा कंपनियों में वित्त वर्ष 2020 से 2022 के के दौरान करीब 17,500 करोड़ रुपये की पूंजी डाली थी. इससे पहले सरकार ने वित्त वर्ष 2018 में सामान्य बीमा कंपनियों के विलय की योजना बनाई थी. इसके लिए वित्त वर्ष 2018 के बजट में प्रस्ताव भी किया गया था, लेकिन उस समय इस प्रस्ताव का मंत्रिमंडल से मंजूरी नहीं मिली थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार ने अब अपनी इसी पुरानी योजना पर दोबारा काम करना शुरू कर दिया है.

बीमा कंपनियों को 25,000 करोड़ रुपये की जरूरत

एक अनुमान के आधार पर रिपोर्ट में कहा गया है कि बीमा नियामक आईआरडीएआई (भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण) के नियमों को पालन करने के लिए सरकारी बीमा कंपनियों को करीब 25,000 करोड़ रुपये की जरूरत हो सकती है. खासतौर पर सॉल्वेंसी से जुड़ी शर्तों को पूरा करने के लिए इस पूंजी की जरूरत है. रेटिंग एजेंसी इक्रा की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि न्यू इंडिया एश्योरेंस को छोड़कर बाकी बीमा कंपनियों को मार्च 2025 तक सॉल्वेंसी शर्तों को पूरा करने के लिए करीब 9,500 से 10,000 करोड़ रुपये की जरूरत हो सकती है.

इसे भी पढ़ें: सरकार की महारत्न कंपनी लाने जा रही आईपीओ, सौर और पवन ऊर्जा में दमदार पकड़

सरकारी बीमा कंपनियों की घट रही बाजार हिस्सेदारी

इसके अलावा, बीमा क्षेत्र में घाटा या मुनाफा गिरावट भी एक चुनौती बनी हुई है. जून तिमाही में नेशनल इंश्योरेंस कंपनी को 293 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था. हालांकि न्यू इंडिया एश्योरेंस मुनाफे में रही थी. इतना ही नहीं, सरकारी बीमा कंपनियों का बाजार हिस्सेदारी लगातार घट रही है. वित्त वर्ष 2024 में इन कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी घटकर 31.18 फीसदी पर आ गई, जो इसके पिछले साल 32.27 फीसदी थी.

इसे भी पढ़ें: SIP के लिए बड़ा रिस्क लेने को युवा तैयार, एसबीआई की पूर्व चीफ ने बैंकों को दी कड़ी नसीहत

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें