17.9 C
Ranchi
Wednesday, February 5, 2025 | 02:26 am
17.9 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

शाकाहारियों के लिए विशेष मिठाई ला रहे केसी दास के वंशज, एक लाख करोड़ का है भारत का Sweets बाजार

Advertisement

धीमन दास ने बंगाल और ओड़िशा के बीच रसगुल्ला विवाद (Rosogolla Controversy) पर खुलकर बात की. कहा कि वर्ष 1868 में उनके पूर्वज (केसी दास) ने कोलकाता के बागबाजार स्थित अपनी छोटी-सी दुकान में पहली बार रसगुल्ला बनायी थी. प्रभु जगन्नाथ को जो प्रसाद चढ़ाया जाता है, वह खिरमोहना है, रसगुल्ला नहीं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

रसगुल्ला बंगाल का आविष्कार था और वहीं का रहेगा. स्वाद व डिमांग के कारण यह पूरी दुनिया का सबसे पसंदीदा मीठा बन चुका है. यह हमारे लिए गर्व की बात है. रसगुल्ला को अपना कहने का ओड़िशा का तर्क गलत है. ये बातें रसगुल्ला किंग और रसगुल्ला के आविष्कारक कोलकाता के केसी दास के वंशज और अब कंपनी के सीएमडी धीमन दास ने प्रभात खबर से विशेष बातचीत में कहीं. धीमन दास पूजा स्वीट्स के नये आउटलेट के उद्घाटन के लिए शहर आये थे.

- Advertisement -

धीमन दास ने बंगाल और ओड़िशा के बीच रसगुल्ला विवाद (Rosogolla Controversy) पर खुलकर बात की. कहा कि वर्ष 1868 में उनके पूर्वज (केसी दास) ने कोलकाता के बागबाजार स्थित अपनी छोटी-सी दुकान में पहली बार रसगुल्ला बनायी थी. प्रभु जगन्नाथ को जो प्रसाद चढ़ाया जाता है, वह खिरमोहना है, रसगुल्ला नहीं. उन्होंने मिठाई उद्योग के बारे में कई नयी और रोचक जानकारी भी साझा की. कहा कि आज भारत का मिठाई उद्योग एक लाख करोड़ रुपये का है. इसमें अकेले बंगाल का हिस्सा 15 से 20 प्रतिशत है.

शाकाहारी लोगों के लिए विशेष मीठा पर कर रहे रिसर्च

धीमन दास ने कहा कि हर प्रदेश की अपनी विशेष मिठाई है. रसगुल्ला को उन्होंने पैरेंट्स स्वीट्स की संज्ञा देते हुए कहा कि अन्य छेना की मिठाइयां उसी पर आधारित हैं. उन्होंने बताया कि वे शाकाहारी लोगों के लिए एक ऐसी मिठाई ला रहे हैं, जो पूरी दुनिया में सबसे अलग होगा. हालांकि, उन्होंने उसका नाम और प्रकार बताने से फिलहाल इनकार किया. कहा कि बहुत जल्द वे इस प्रोडक्ट को बाजार में लांच करेंगे.

Also Read: ‘रसगुल्ला” पर नहीं थमा विवाद, ओडिशा हाईकोर्ट ने संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया
सरकार बिना मिलावट फूड आइटम लोगों तक पहुंचाना सुनिश्चित करे

पश्चिम बंगाल के मीठा उद्योग के अध्यक्ष तथा फेडरेशन ऑफ स्वीट्स एंड नमकीन से जुड़े धीमन दास से मीठा और फूड उद्योग के क्षेत्र में मिलावट से इनकार नहीं किया. कहा कि हम लोगों के जीवन में मिठास भरने का काम करते हैं, मिलावटखोर लोगों की सेहत से खिलवाड़ करते हैं. बिना मिलावट के मीठा या फूड आइटम लोगों तक पहुंचे, यह सरकार को सुनश्चित करना होगा.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें