27.1 C
Ranchi
Saturday, February 22, 2025 | 02:54 pm
27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

कोरोना वायरस महामारी : पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा, 2020-21 में 2 फीसदी घट सकती है भारत की वृद्धि दर

Advertisement

पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी और 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अगले वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर में दो फीसदी तक गिरावट की आशंका है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली : पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी और 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अगले वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर में दो फीसदी तक गिरावट की आशंका है. सिन्हा ने एक साक्षात्कार में कहा कि भारत पहले ही भारी बेरोजगारी का सामना कर रहा है और इस महामारी ने संकट और बढ़ा दिया है.

उन्होंने कहा कि मेरा खुद का अनुमान है कि 21 दिन तक देशव्यापी बंद को लागू करने से जीडीपी में कम से कम एक फीसदी की कमी आएगी और अगर आप बंद से पहले कोरोना वायरस महामारी के चलते पैदा हुई समस्याओं और भविष्य की अनिश्चिताओं को संज्ञान में लें, तो फिर 2020-21 की वृद्धि दर में दो फीसदी गिरावट की आशंका है.

पिछले कुछ वर्षों में मोदी सरकार की नीतियों को लेकर काफी मुखर रहे सिन्हा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था अब सात से आठ तिमाहियों के लिए गिरावट की ओर है और यह गिरावट कोरोना वायरस महामारी से बहुत पहले शुरू हो गयी थी. उन्होंने कहा कि अगर हम गरीबी को प्रभावी ढंग से कम करना चाहते हैं, तो हमें कम से कम आठ फीसदी की दर से बढ़ना होगा, इसकी तुलना में हम पांच फीसदी की दर से बढ़ रहे हैं.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 1.7 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज के बारे में सिन्हा ने कहा कि इसकी लागत 1.7 लाख करोड़ रुपये से अधिक होगी, जिसका अर्थ है कि सरकार का वित्तीय घाटा एक प्रतिशत बढ़ जाएगा. उन्होंने कहा कि यह सरकार के वित्त पर दबाव डालेगा, जिसका अर्थ है कि सरकार के पास निवेश के लिए कम पैसा बचेगा. इसलिए, यह एक बहुत ही गंभीर स्थिति है और संकट पर काबू पाने के लिए हमें सभी प्रकार के नए उपायों की आवश्यकता है.

सरकार ने गुरुवार को 1.7 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की थी, जिसमें गरीबों को तीन महीने के लिए मुफ्त खाद्यान्न और रसोई गैस देना शामिल है. इसके अलावा, महिलाओं और गरीब वरिष्ठ नागरिकों को नकद राशि दी जाएगी. यह पूछे जाने पर कि मौजूदा परिस्थितियों में क्या भारत 2024-25 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है, उन्होंने कहा कि किसी भी मामले में यह संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि सामान्य परिस्थितियों में भी हम भारत को 2030 या 2032 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था नहीं बना पाएंगे. अब इस महामारी जिसका प्रभाव पूरी दुनिया पर है, हमें अपना लक्ष्य आगे खिसकाना होगा.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें