नयी दिल्ली: रेलवे शहरी और उपनगरीय क्षेत्रों में यात्राओं को और सुखद बनाने के लिए डेमू ट्रेनों में एसी डिब्बे लगाएगा. रेलवे ने डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (डेमू)ट्रेनों के लिए वातानुकूलित डिब्बे विकसित किए हैं. अभी तक डेमू ट्रेनों में सिर्फ गैर-वातानुकूलित डिब्बे ही होते हैं. एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि जल्दी […]
नयी दिल्ली: रेलवे शहरी और उपनगरीय क्षेत्रों में यात्राओं को और सुखद बनाने के लिए डेमू ट्रेनों में एसी डिब्बे लगाएगा. रेलवे ने डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (डेमू)ट्रेनों के लिए वातानुकूलित डिब्बे विकसित किए हैं. अभी तक डेमू ट्रेनों में सिर्फ गैर-वातानुकूलित डिब्बे ही होते हैं. एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि जल्दी ही डेमू ट्रेनों में एसी डिब्बे लगाए जाएंगे.विज्ञप्ति में कहा गया है कि वर्तमान आठ डिब्बों की डेमू ट्रेनों में से दो वातानुकूलित डिब्बे होंगे.
इन डिब्बों का विनिर्माण भारतीय चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्टरी में किया गया है. इंटीग्रल कोच फैक्टरी ने चार डेमू रेलगाडियां चलाने की योजना बनाई है जिसमें से प्रत्येक में दो-दो वातानुकूलित डिब्बे होंगे. ऐसी रेलगाडियां भविष्य में और बनाई जाएं या नहीं, यह उपयोगकर्ताओं से मिलने वाले फीडबैक पर निर्भर करेगा. इन वातानुकूलित डिब्बों में पांच आरामदायक चेयर का प्रावधान होगा और एक डिब्बे में 73 यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी. इन वातानुकूलित डिब्बों की आंतरिक सज्जा इंटरसिटी एसी एक्सप्रेस रेलगाडी के डिब्बों की तरह होगी.
सभी वातानुकूलित डिब्बे पर्यावरण अनुकूल जैव शौचालयों से सुसज्जित होंगे. भारतीय रेल वर्तमान में तीन प्रकार की डेमू रेलगाडियों का संचालन करती है जिनमें 700 अश्व शक्ति वाला इंजन लगी छह डिब्बों की डीईएमयू रेलगाडियां, 1400 अश्व शक्ति वाला इंजन लगा आठ डिब्बों की डीईएमयू रेलगाडियां एवं 1600 अश्व शक्ति वाले इंजन लगा 10 डिब्बों की डीईएमयू रेलगाडियां शामिल हैं.
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