नयी दिल्ली: सेवानिवृत्ति कोष निकाय ईपीएफओ चालू वित्त वर्ष के लिए अपने पांच करोड से अधिक अंशधारकों को पीएफ जमाओं पर 9 प्रतिशत ब्याज उपलब्ध करा सकता है जो पिछले दो वित्त वर्षों में दिये गए 8.75 प्रतिशत से अधिक होगा.ईपीएफओ के ट्रस्टी और भारतीय मजदूर संघ के सचिव पी.जे. बनसुरे ने बताया, ‘‘चालू वित्त […]
नयी दिल्ली: सेवानिवृत्ति कोष निकाय ईपीएफओ चालू वित्त वर्ष के लिए अपने पांच करोड से अधिक अंशधारकों को पीएफ जमाओं पर 9 प्रतिशत ब्याज उपलब्ध करा सकता है जो पिछले दो वित्त वर्षों में दिये गए 8.75 प्रतिशत से अधिक होगा.ईपीएफओ के ट्रस्टी और भारतीय मजदूर संघ के सचिव पी.जे. बनसुरे ने बताया, ‘‘चालू वित्त वर्ष के लिए 34,844.42 करोड रुपये की आय का अनुमान बढ सकता है. इस प्रकार, ईपीएफओ 2015-16 के लिए पीएफ जमाओं पर 9 प्रतिशत ब्याज दे सकता है.’ उल्लेखनीय है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन :ईपीएफओ: की वित्त अंकेक्षण व निवेश समिति (एफएआईसी) ने इस सप्ताह अपनी बैठक में चालू वित्त वर्ष के लिए पीएफ जमाओं पर 8.95 प्रतिशत ब्याज की सिफारिश की है.
बनसुरे जोकि एफएआईसी के भी सदस्य हैं, ने कहा, ‘‘यदि ईपीएफओ 2015-16 के लिए 8.95 प्रतिशत की दर से पीएफ जमाओं पर ब्याज उपलब्ध कराता है तो पिछले साल सितंबर में आय के संबंध में निकाले गए अनुमान के मुताबिक उसके पास 91 करोड रुपये अधिशेष बचेगा। एफएआईसी आय का ताजा अनुमान निकालने के लिए इस महीने के उत्तरार्ध में फिर बैठक करेगा. आय का अनुमान बढाए जाने की संभावना है.’ ईपीएफओ के सितंबर में लगाये गये आय अनुमान के मुताबिक भविष्य निधि पर नौ प्रतिशत की दर से ब्याज देने पर उसे 100 करोड रुपये का नुकसान होगा.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि ईपीएफओ जब ताजा अनुमान लगायेगा तो नौ प्रतिशत की दर से ब्याज देने पर 100 करोड रुपये का अधिशेष होगा। एफएआईसी अपनी अगली बैठक में अपनी सिफारिश में बदलाव कर सकता है और 2015-16 के लिये नौ प्रतिशत ब्याज तय कर सकती है.’ वित्त मंत्रालय के इसे अधिसूचित करने से पहले केंद्रीय ट्रस्टी बोर्ड (सीबीटी) द्वारा इसकी पुष्टि की जायेगी.
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