24.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 04:48 pm
24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

CSR की अनिवार्यता पर रतन टाटा ने उठाये सवाल

Advertisement

मुंबई: टाटा समूह के मानद अध्यक्ष रतन टाटा ने आज कहा कि कंपनियों पर कंपनी सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के तहत खर्च करने की अनिवार्यता किसी ‘कर’ की तरह है और सरकार को लाभार्थियों की पहचान में मदद करने की जरुरत है. उन्होंने यह भी कहा कि परमार्थ कार्य की भावना अंदर से आती है. टाटा […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

मुंबई: टाटा समूह के मानद अध्यक्ष रतन टाटा ने आज कहा कि कंपनियों पर कंपनी सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के तहत खर्च करने की अनिवार्यता किसी ‘कर’ की तरह है और सरकार को लाभार्थियों की पहचान में मदद करने की जरुरत है. उन्होंने यह भी कहा कि परमार्थ कार्य की भावना अंदर से आती है.

टाटा ने कहा, ‘‘परमार्थ कार्य या कुछ देने की भावना आपके अंदर से आती है और जब आप यह अनिवार्य करते हैं कि आप ‘एक्स’ या ‘वाई’ देंगे, स्पष्ट रुप से अन्य कारण सृजित करते हैं.” उनकी यह टिप्पणी फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग द्वारा 45 अरब डालर की संपत्ति का 99 प्रतिशत दान करने की योजना की घोषणा के कुछ ही दिन बाद आयी है. सरकार द्वारा निश्चित मानदंडों को पूरा करने वाली कंपनियों के लिये अपने लाभ का 2.0 प्रतिशत सीएसआर पर खर्च करने की अनिवार्य किये जाने के बारे में टाटा ने कहा, ‘‘सरकार की तरफ से 2.0 प्रतिशत की अनिवार्यता एक कर की तरह हो गया है.” वह आनलाइन शिक्षा प्लेटफार्म खान अकादमी के साथ गठजोड की घोषणा के मौके पर संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही.
हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि इस प्रकार के योगदान से बडी राशि आ सकती है और अगर सरकार स्पष्ट रूप से परियोजनाओं या क्षेत्र को चिन्हित कर सकती है जहां कोष की जरुरत है, तो उस राशि का उपयोग बेहतर तरीके से हो सकता है.” तीन दशक तक टाटा संस की कमान संभालने के बाद 2012 में सेवानिवृत्त हुए टाटा ने कहा कि टाटा समूह की कंपनियां कई साल से अपने लाभ का पांच प्रतिशत तक सीएसआर में खर्च कर रही हैं.
टाटा ने ‘अच्छा परमार्थ कार्य’ और ‘बुरा परामार्थ कार्य’ की बहस में पडने से इनकार किया जो जुकरबर्ग और अन्य की घोषणा के बाद शुरू हुई है. उन्होंने कहा कि यह नये प्रकार की चीजें हैं जिसे विकास और सुधार के लिये समय दिये जाने की जरुरत है.उन्होंने स्वयं का गुणगान किये बिना परमार्थ कार्य किये जाने को समाज के लिये अच्छा बताया.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें