26.1 C
Ranchi
Tuesday, February 11, 2025 | 07:10 pm
26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

FICCI ने बेरोजगारी को मोदी सरकार-II के लिए बतायी सबसे बड़ी चुनौती, रोजगार के लिए अलग मंत्रालय की मांग

Advertisement

नयी दिल्ली : उद्योग एवं वाणिज्य मंडल फिक्की ने बेरोजगारी को मोदी सरकार-II की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक बताते हुए रोजगार सृजन के प्रयासों का प्रभावी तरीके से समन्वय करने के लिए एक अलग मंत्रालय बनाने की मांग की. फिक्की के अध्यक्ष संदीप सोमानी ने बुधवार को कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली : उद्योग एवं वाणिज्य मंडल फिक्की ने बेरोजगारी को मोदी सरकार-II की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक बताते हुए रोजगार सृजन के प्रयासों का प्रभावी तरीके से समन्वय करने के लिए एक अलग मंत्रालय बनाने की मांग की. फिक्की के अध्यक्ष संदीप सोमानी ने बुधवार को कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार हालिया लोकसभा चुनाव में पहले से भी अधिक बहुमत के साथ सत्ता में वापस आयी है. ऐसे में उद्योग जगत को इस सरकार से उम्मीद है कि ग्रामीण क्षेत्र की बदहाल स्थिति और रोजगार सृजन समेत मौजूदा चुनौतियों से निपटने तथा अर्थव्यवस्था को तेज वृद्धि के रास्ते पर लाने के लिए बड़े सुधार किये जायेंगे.

इसे भी देखें : EPFO के आंकड़े में दावा : देश में 16 महीनों के दौरान 72.32 लाख बेरोजगारों को मिली नौकरी

फिक्की के अध्यक्ष सोमानी ने कहा कि अभी देश में कारोबार करने की लागत काफी अधिक है. ऐसे में अभी रेपो रेट को एक से डेढ़ फीसदी कम करने तथा सभी कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स की रेट मौजूदा 30 फीसदी से घटाकर 25 फीसदी करने की जरूरत है.

पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक फरवरी, 2018 को पेश बजट में 250 करोड़ रुपये तक के कारोबार वाली कंपनियों के लिए कॉरपोरेट कर की दर घटाकर 25 फीसदी करने की घोषणा की थी. हालांकि, 250 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार वाली कंपनियों को अभी भी 30 फीसदी की दर से कॉरपोरेट कर का भुगतान करना पड़ रहा है.

इसे भी देखें : बेरोजगारी के आंकड़े पर भाजपा और कांग्रेस में घमासान, अब नीति आयोग ने भी मारी एंट्री

सोमानी ने कहा कि यह सरकार द्वारा सुधार के नये चरण को विशेषकर भूमि, श्रम एवं न्याय जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार किये जाने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि न्यूनतम वैकल्पिक कर के ढांचे की भी समीक्षा किये जाने की जरूरत है. अभी यह बहुत अधिक है. इसके साथ ही, कारोबार सुगमता के परिदृश्य को बेहतर बनाने के लिए जीएसटी एवं अन्य कानूनों में प्रशासनिक सरलीकरण की भी जरूरत है. उन्होंने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) में तरलता के संकट का हवाला देते हुए रिजर्व बैंक के साथ मिलकर सरकार को काम करने की जरूरत पर भी बल दिया.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें