14.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 02:36 am
14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

अंतरराष्ट्रीय बाजार में 50 डॉलर प्रति बैरल के नीचे पहुंची कच्चे तेल की कीमत, अब भारत में पेट्रोल-डीजल की बारी…

Advertisement

नयी दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय बाजार में जुलाई 2017 के बाद पहली दफा कच्चे तेल की कीमत 50 डॉलर प्रति बैरल के नीचे पहुंच गयी है. वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमत कम होने से अब भारत में पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती होने की उम्मीद की जा रही है. मीडिया की खबरों में इस […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय बाजार में जुलाई 2017 के बाद पहली दफा कच्चे तेल की कीमत 50 डॉलर प्रति बैरल के नीचे पहुंच गयी है. वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमत कम होने से अब भारत में पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती होने की उम्मीद की जा रही है. मीडिया की खबरों में इस बात की चर्चा की जा रही है कि दुनियाभर के आर्थिक बाजारों में जारी उतार-चढ़ाव के कारण कच्चे तेल की कीमतों में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गयी है.

इसे भी पढ़ें : कच्चे तेल का उत्पादन और निर्यात घटाने के फैसले से अमेरिका, रूस और सऊदी अरब को हो सकता है नुकसान!

हालांकि, इसके पहले तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक ने तेल के उत्पादन में कटौती करने का ऐलान किया था, जिससे दामों में इजाफा होने की आशंका जतायी जा रही थी. वहीं, ईरान पर अमेरिका की ओर से प्रतिबंध लगाये जाने के बाद इस साल अक्टूबर महीने से कच्चे तेल की कीमत पिछले चार साल के उच्चतर स्तर पर पहुंच गयी थी.

मीडिया की खबरों के अनुसार, बुधवार को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमत 1.1 फीसदी गिरकर 50 डॉलर प्रति बैरल के नीचे पहुंच गयी, जबकि सोमवार को इसमें 6.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी थी. रूस के ऊर्जा मंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने निवेशकों को यह कहकर भरोसा दिलाने की कोशिश की कि ओपेक और इसके सहयोगी देशों के बीच तेल उत्पादन में कटौती को लेकर बनी सहमति की वजह से 2019 की पहली छमाही में बाजार में स्थिरता आयेगी. उन्होंने कहा कि अगर हालात बदले, तो तेल उत्पादक देश उचित कदम उठायेंगे.

गौरतलब है कि अक्टूबर महीने में चार साल के उच्चतर स्तर पर जाने के बाद कच्चे तेल की कीमतें 40 फीससदी घट चुकी हैं. तेल निर्यातक देशों के संगठन और रूस समेत इसके सहयोगियों ने 6 दिसंबर की बैठक में तेल कटौती पर अपनी सहमति जाहिर की थी. इससे निवेशकों को डर लगने लगा कि यह फैसला अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का अभाव पैदा करने के लिए काफी है. इन्हीं आशंकाओं के बीच अमेरिका रिकॉर्ड स्तर पर तेल उत्पादन करने लगा, जिससे दाम में बढ़ोतरी होने का खतरा टलने जैसा दिखायी दे रहा है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें