28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

क्या आप जानते हैं? करेंसी नोट पर कब से छप रही है गांधीजी की तस्वीर…

Advertisement

नयी दिल्ली : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर देश के करेंसी नोट पर पहली बार उनके जन्मशती वर्ष में प्रकाशित की गयी. यह मौका आज से करीब 50 साल पहले आया जब 100 रुपये के नोट में राष्ट्रपिता की तस्वीर प्रकाशित की गयी. हालांकि, वर्ष 1947 में स्वतंत्रता मिलने के बाद से ही यह महसूस […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर देश के करेंसी नोट पर पहली बार उनके जन्मशती वर्ष में प्रकाशित की गयी. यह मौका आज से करीब 50 साल पहले आया जब 100 रुपये के नोट में राष्ट्रपिता की तस्वीर प्रकाशित की गयी.

- Advertisement -

हालांकि, वर्ष 1947 में स्वतंत्रता मिलने के बाद से ही यह महसूस किया गया कि करेंसी नोटों में ब्रिटिश सम्राट के चित्र की जगह महात्मा गांधी की तस्वीर होनी चाहिए, लेकिन सरकार को इस मुद्दे पर आम सहमति बनाने में काफी समय लग गया.

इस बीच, करेंसी नोट में ब्रिटेन सम्राट का स्थान सारनाथ के अशोक चिह्न ने ले लिया. रिजर्व बैंक ने पहली बार वर्ष 1969 में 100 रुपये का एक स्मारक नोट जारी किया जिसमें सेवाग्राम आश्रम में बैठे महात्मा गांधी को दिखाया गया था. लेकिन करेंसी नोट में राष्ट्रपिता की तस्वीर को नियमित रूप से प्रकाशित करने का काम 1987 में ही शुरू हो पाया.

इस साल 500 रुपये के नोट की नयी शृंखला में मुस्कराते हुए महात्मा गांधी का चित्र छापा गया. तब से महात्मा गांधी का चित्र नियमित रूप से विभिन्न मूल्य वर्ग के नोटों में छापा जाने लगा. गांधी का चित्र छापने से पहले मुद्रा नोटों में कई डिजाइन और छवियों का उपयोग किया गया.

वर्ष 1949 में तत्कालीन सरकार ने अशोक स्तंभ के साथ एक रुपये का नया नोट जारी किया. वर्ष 1953 में जारी नये नोटों में हिंदी को प्रमुखता के साथ स्थान दिया गया. हिंदी में रुपया के बहुवचन को लेकर जो बहस उस समय चल रही थी वह अंत में रुपये शब्द पर जाकर समाप्त हुई.

उच्च मूल्य वर्ग के नोटों (1,000 रुपये, 5,000 रुपये, 10,000 रुपये) को 1954 में पुन: जारी किया गया. इसके बाद 1980 में नोटों की बिल्कुल नयी शृंखला शुरू की गयी. इनमें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से लेकर तेल उत्खनन और कृषि क्षेत्र में मशीनीकरण के चित्रों पर जोर दिया गया.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें