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होटल ताज मानसिंह पर बना रहेगा टाटा समूह का कंट्रोल, नीलामी में ITC को पछाड़ा

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नयी दिल्ली : पांचतारा होटल ताज मानसिंह पर टाटा समूह का नियंत्रण बरकरार रहा. नयी दिल्ली नगर पालिका (एनडीएमसी) की शुक्रवार को हुई नीलामी में टाटा समूह ने दिल्ली के लुटियंस क्षेत्र स्थित इस आलीशान होटल का नियंत्रण अपने पास रखने में सफलता हासिल की. टाटा समूह ने दो गुने लाइसेंस शुल्क पर होटल पर अपना कब्जा बरकरार रखा है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. नीलामी में टाटा के समक्ष आईटीसी ने कड़ी प्रतिस्पर्धा देते हुए इसमें भाग लिया. नीलामी शुक्रवार को 11 बजे शुरू हुई और शाम चार बजे तक चली.

इसे भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट ने एनडीएमसी को होटल ताज मानसिंह की ई-नीलामी की दी मंजूरी

ताजमान सिंह होटल का पट्टा 2011 में समाप्त हो गया था. तब से टाटा समूह अस्थायी तौर पर मिले विस्तार के साथ इस होटल को चला रहा है. कई साल तक इसको लेकर मुकद्दमा भी चलता रहा. नीलामी के बाद अब होटल को एक बार फिर कंपनी को 33 साल के पट्टे पर दिया जायेगा. इसके लिए लाइसेंस शुल्क दोगुना हो जायेगा.

एनडीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि टाटा समूह की इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) ने जीएसटी समेत 7.03 करोड़ रुपये की मासिक लाइसेंस फीस अथवा होटल से होने वाली सकल आय के 32.50 फीसदी की शर्त पर होटल का नियंत्रण बरकरार रखा है. इससे पहले, कंपनी लाइसेंस शुल्क के तौर पर प्रति माह 3.94 करोड़ रुपये का भुगतान कर रही थी.

एनडीएमसी पिछले दो प्रयासों में इस आलीशान होटल की नीलामी करने में असफल रही थी. पिछले महीने बोली लगाने की पात्रता में ढील दी गयी. उसने न्यूनतम बोलियों की संख्या में भी कमी की. ताजमानसिंह होटल 1978 में टाटा समूह को 33 साल के पट्टे पर दिया गया था. यह 2011 में समाप्त हो जाने के बाद कंपनी को नौ बार विस्तार दिया गया. एनडीएमसी और कंपनी के बीच जारी कानूनी मुकदमे की वजह से इस होटल की नीलामी टलती जा रही थी.

आईएचसीएल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुनीत चटवाल ने कहा कि हम इस बात से उत्साहित हैं कि राष्ट्रीय राजधानी के सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक संरचना का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा ताजमहल आईएचसीएल परिवार का हिस्सा बना रहा. उन्होंने कहा कि हम अपने उपभोक्ताओं को उनके समर्थन के लिए तथा अपने कर्मचारियों का पिछले 40 साल से अतिथियों की बेहतर सेवा करने के लिए धन्यवाद कहना चाहते हैं. हम होटल में निवेश करने और इसे भारतीय आतिथ्य की नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए तैयार हैं.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

नयी दिल्ली : पांचतारा होटल ताज मानसिंह पर टाटा समूह का नियंत्रण बरकरार रहा. नयी दिल्ली नगर पालिका (एनडीएमसी) की शुक्रवार को हुई नीलामी में टाटा समूह ने दिल्ली के लुटियंस क्षेत्र स्थित इस आलीशान होटल का नियंत्रण अपने पास रखने में सफलता हासिल की. टाटा समूह ने दो गुने लाइसेंस शुल्क पर होटल पर अपना कब्जा बरकरार रखा है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. नीलामी में टाटा के समक्ष आईटीसी ने कड़ी प्रतिस्पर्धा देते हुए इसमें भाग लिया. नीलामी शुक्रवार को 11 बजे शुरू हुई और शाम चार बजे तक चली.

इसे भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट ने एनडीएमसी को होटल ताज मानसिंह की ई-नीलामी की दी मंजूरी

ताजमान सिंह होटल का पट्टा 2011 में समाप्त हो गया था. तब से टाटा समूह अस्थायी तौर पर मिले विस्तार के साथ इस होटल को चला रहा है. कई साल तक इसको लेकर मुकद्दमा भी चलता रहा. नीलामी के बाद अब होटल को एक बार फिर कंपनी को 33 साल के पट्टे पर दिया जायेगा. इसके लिए लाइसेंस शुल्क दोगुना हो जायेगा.

एनडीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि टाटा समूह की इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) ने जीएसटी समेत 7.03 करोड़ रुपये की मासिक लाइसेंस फीस अथवा होटल से होने वाली सकल आय के 32.50 फीसदी की शर्त पर होटल का नियंत्रण बरकरार रखा है. इससे पहले, कंपनी लाइसेंस शुल्क के तौर पर प्रति माह 3.94 करोड़ रुपये का भुगतान कर रही थी.

एनडीएमसी पिछले दो प्रयासों में इस आलीशान होटल की नीलामी करने में असफल रही थी. पिछले महीने बोली लगाने की पात्रता में ढील दी गयी. उसने न्यूनतम बोलियों की संख्या में भी कमी की. ताजमानसिंह होटल 1978 में टाटा समूह को 33 साल के पट्टे पर दिया गया था. यह 2011 में समाप्त हो जाने के बाद कंपनी को नौ बार विस्तार दिया गया. एनडीएमसी और कंपनी के बीच जारी कानूनी मुकदमे की वजह से इस होटल की नीलामी टलती जा रही थी.

आईएचसीएल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुनीत चटवाल ने कहा कि हम इस बात से उत्साहित हैं कि राष्ट्रीय राजधानी के सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक संरचना का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा ताजमहल आईएचसीएल परिवार का हिस्सा बना रहा. उन्होंने कहा कि हम अपने उपभोक्ताओं को उनके समर्थन के लिए तथा अपने कर्मचारियों का पिछले 40 साल से अतिथियों की बेहतर सेवा करने के लिए धन्यवाद कहना चाहते हैं. हम होटल में निवेश करने और इसे भारतीय आतिथ्य की नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए तैयार हैं.

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