नयी दिल्ली : अगर आप करोड़पति बनने की ख्वाहिश रखते हैं, तो आपको सरकार एक मौका दे रही है. इस नयी योजना के तहत आपको खास मेहनत की जरूरत नहीं है. बस आप अपने पड़ोसियों पर निगरानी रखना शुरू कर दें. सुनने में ये बात थोड़ा मजाकिया लग रह हो लेकिन यह जल्द ही हकीकत […]
नयी दिल्ली : अगर आप करोड़पति बनने की ख्वाहिश रखते हैं, तो आपको सरकार एक मौका दे रही है. इस नयी योजना के तहत आपको खास मेहनत की जरूरत नहीं है. बस आप अपने पड़ोसियों पर निगरानी रखना शुरू कर दें. सुनने में ये बात थोड़ा मजाकिया लग रह हो लेकिन यह जल्द ही हकीकत बनने वाली है.सरकार बेनामी संपत्ति की जानकारी देने वालों को करोड़पति बनाने की तैयारी कर रही है. बताया जा रहा है कि यह योजनावित्त मंत्रालय के पास है. वित्त मंत्रालय और वित्त मंत्री की सहमति के बाद इसे सीबीडीटी द्वारा लागू किया जाएगा. अक्टूबर या नंवबर में इसकी घोषणा हो सकती है.
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स के अधिकारी ने बताया कि बेनामी संपत्ति की जांच कर रही है जांच एजेंसियों को जानकारी मुहैया कराने वाले शख्स को 1 करोड़ रुपये का इनाम दिया जाएगा. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के एक अधिकारी जो इस योजना पर काम कर रहे हैं. नाम न बताने की शर्त पर बताया है कि सूचना देने वाले शख्स को कम से कम 15 लाख और अधिकतम 1 करोड़ रुपए का इनाम दिया जाएगा. इसके साथ ही उस शख्स की पहचान भी गुप्त रखी जाएगी ताकि उसकी सुरक्षा को लेकर कोई खतरा न हो.
रंगराजन की सरकार को सलाह : कैपिटल एक्सपेंडीचर बढ़ाने से इकोनॉमी ग्रोथ पकड़ेगी रफ्तार
पहले भी दिया जाता था इनाम
अधिकारी के अनुसार आईटी विभाग, ईडी, और डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस हमेशा से ही सूचना देने वाले लोगों को इनाम देता रहा है. हालांकि इस इनाम की रकम बहुत बड़ी नहीं होती थी. अगर रकम इतनी बड़ी होगी तो बेनामी संपत्ति के बारे में जानकारी मिलने में आसानी भी होगी और ऐसे मामलों में तेजी भी आएगी.
अधिकारी ने बताया कि सूचना पुख्ता होनी चाहिए. उसकी जानकारी गुप्त रखी जाएगी. बेनामी संपत्ति कानून को पिछले साल ही संसद में पारित किया गया था. हालांकि इसमें किसी को इनाम देने का प्रावधान नहीं रखा गया है. बेनामी संपत्ति रखने वालों का पता लगाना आयकर और प्रवर्तन निदेशालय के लिए हमेशा से ही टेढ़ी खीर रहा है. सीबीडीटी से जुड़े अधिकारी का मानना है कि गुप्त सूचनाओं के आधार पर बेनामी संपत्तिधारियों को पकड़ना काफी आसान हो जाएगा और इससे पूरे देश में अभियान चलाया जा सकेगा.
अधिकारी के अनुसार इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, एनफोर्समेंट डारेक्टोरेट, और डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस हमेशा से ही सूचना देने वालों को इनाम देता रहा है. हालांकि अब तक यह इनाम कुछ खास नहीं रहता था. ऐसे में अब इससे जल्दी और आसानी से बेनामी संपत्ति के बारे में जानकारी मिल पाएगी. यह योजना फिलहाल, वित्त मंत्रालय के पास है. वित्त मंत्रालय और वित्त मंत्री की सहमति के बाद इसे सीबीडीटी द्वारा लागू किया जाएगा. अक्टूबर या नंवबर में इसकी घोषणा हो सकती है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.