24.1 C
Ranchi
Thursday, February 6, 2025 | 06:37 pm
24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

औद्योगिक उत्पादन घटने और महंगाई के निचले स्तर पर, ब्याज दरों में कटौती की संभावना

Advertisement

नयी दिल्ली: जुलाई महीने में देश में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) की वृद्धि दर में कमी आयी है और यह 1.2 फीसदी रही है. वहीं, अगस्त महीने की मुद्रास्फीति की दर पांच महीने के उच्चस्तर 3.36 फीसदी पर पहुंच गयी है. इसके बावजूद यह रिजर्व बैंक के 4 से 6 फीसदी के मुद्रास्फीति के लक्ष्य से […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली: जुलाई महीने में देश में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) की वृद्धि दर में कमी आयी है और यह 1.2 फीसदी रही है. वहीं, अगस्त महीने की मुद्रास्फीति की दर पांच महीने के उच्चस्तर 3.36 फीसदी पर पहुंच गयी है. इसके बावजूद यह रिजर्व बैंक के 4 से 6 फीसदी के मुद्रास्फीति के लक्ष्य से कम है. ऐसे में इस बात की संभावना बनी है कि रिजर्व बैंक नीतिगत दरों में कटौती करेगा. विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन की वजह से जुलाई में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 1.2 फीसदी रह गयी.

- Advertisement -

इसे भी पढ़ें: जून में थोक महंगाई दर में गिरावट, आया शून्‍य से 2.4 फीसदी नीचे

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, फल और सब्जियां महंगी होने की वजह से अगस्त माह में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर 3.36 फीसदी पर पहुंच गयी है, जो जुलाई में 2.36 फीसदी पर थी. केंद्रीय बैंक ने पिछले महीने मुद्रास्फीति में नरमी के चलते नीतिगत दरों यानी रेपो दर को चौथाई फीसदी घटाकर 6 फीसदी किया था. रिजर्व बैंक की अगली द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक 4 अक्तूबर को होगी.

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर चिंतित होने के सवाल पर कहा कि निश्चित रूप से नहीं. वास्तव में मुद्रास्फीति रिजर्व बैंक के 4 से 6 फीसदी के लक्ष्य से कम है. जून महीने में औद्योगिक उत्पादन 0.2 फीसदी घटा था. अप्रैल-जुलाई के दौरान औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 1.7 फीसदी रही है, जो पिछले साल इसी अवधि में 6.5 फीसदी रही थी. सूचकांक में 77.6 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर जुलाई में घटकर 0.1 फीसदी रही, जो 2016 के इसी महीने में 5.3 फीसदी थी.

पूंजीगत वस्तुओं का उत्पादन जुलाई में एक फीसदी घटा, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 8.8 फीसदी की वृद्धि हुई थी. टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन आलोच्य महीने में 1.3 फीसदी घटा, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 0.2 फीसदी की मामूली वृद्धि हुई थी. हालांकि, बिजली उत्पादन में जुलाई के दौरान 6.5 फीसदी की वृद्धि हुई, जो 2016 के इसी महीने में 2.1 फीसदी थी. खनिज उत्पादन में भी आलोच्य महीने में 4.8 फीसदी की वृद्धि हुई, जो एक साल पहले जुलाई महीने में 0.9 फीसदी थी. गैर-टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र में वृद्धि दर जुलाई 2017 में 3.4 फीसदी रही.

विनिर्माण क्षेत्र में कुल 23 औद्योगिक समूह में से आठ में जुलाई 2017 में इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने के मुकाबले वृद्धि हुई. उपभोक्ता मूल्यू सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जुलाई में 2.36 फीसदी रही थी. अगस्त महीने का खुदरा मुद्रास्फीति का आंकड़ा मार्च, 2017 के बाद सबसे ऊंचा है. उस समय यह 3.89 फीसदी पर थी.

सरकार की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 1.52 फीसदी पर पहुंच गयी. इससे पहले इसमें अपस्फीति थी. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, माह के दौरान रोजाना उपभोग वाले फल और सब्जियों की महंगाई दर बढ़कर क्रमश: 5.29 फीसदी और 6.16 फीसदी हो गयी. यह जुलाई में क्रमश: 2.83 फीसदी और शून्य से 3.57 फीसदी नीचे थी.

इसी तरह तैयार भोजन, जलपान और मिठाई की श्रेणी में मुद्रास्फीति अगस्त में बढ़कर 1.96 फीसदी हो गयी, जो जुलाई में 0.43 फीसदी थी. इसी तरह परिवहन और संचार क्षेत्रों में भी महंगाई दर बढ़कर 3.71 फीसदी हो गयी, जो जुलाई में 1.76 फीसदी थी. इसके अलावा, मोटे अनाज और उत्पाद, मीट एवं मछली, तेल एवं वसा की महंगाई दर घटकर क्रमश: 3.87 फीसदी, 2.94 फीसदी और 1.03 फीसदी पर आ गयी.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें