16.1 C
Ranchi
Monday, February 24, 2025 | 04:47 am
16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Pushkar Singh Dhami: उत्तराखंड के नये मुख्यमंत्री के ट्विटर फॉलोअर्स 10 हजार से भी कम, BJP को भारी न पड़ जाए यह दांव

Advertisement

Pushkar Singh Dhami Twitter: पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के नये मुख्यमंत्री होंगे. वह विधानसभा में कुमाऊं क्षेत्र की खटीमा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं और दूसरी बार विधायक चुने गए हैं. पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड में सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री होंगे. पुष्कर सिंह धामी को ट्विटर पर फॉलो करनेवालों की संख्या 9 हजार भी नहीं है. जी हां, खबर लिखे जाने तक पुष्कर सिंह धामी के ट्विटर हैंडल पर 8,725 फॉलोअर्स हैं. उनसे पहले राज्य के मुख्यमंत्री रहे तीरथ सिंह रावत के ट्विटर पर 101.4 हजार फॉलोअर्स, त्रिवेन्द्र सिंह रावत के 288.9 हजार फॉलोअर्स, हरीश रावत के 370.2 फॉलोअर्स हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Pushkar Singh Dhami Twitter: पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के नये मुख्यमंत्री होंगे. वह विधानसभा में कुमाऊं क्षेत्र की खटीमा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं और दूसरी बार विधायक चुने गए हैं. पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड में सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री होंगे. 45 साल की उम्र में वह राज्य की बागडोर संभालेंगे.

पुष्कर धामी को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी के ओएसडी हुआ करते थे. पुष्कर धामी अभी तक कभी भी किसी कैबिनेट मंत्री या राज्यमंत्री के पद पर नहीं रहे हैं. इसके अलावा सरकार चलाने का भी कोई अनुभव उनके पास नहीं है. पुष्कर धामी उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल से आते हैं और राजपूत जाति से आते हैं.

लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि उत्तराखंड के भावी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ट्विटर पर फॉलो करनेवालों की संख्या 9 हजार भी नहीं है. जी हां, खबर लिखे जाने तक पुष्कर सिंह धामी के ट्विटर हैंडल पर 8,725 फॉलोअर्स हैं. उनसे पहले राज्य के मुख्यमंत्री रहे तीरथ सिंह रावत के ट्विटर पर 101.4 हजार फॉलोअर्स, त्रिवेन्द्र सिंह रावत के 288.9 हजार फॉलोअर्स, हरीश रावत के 370.2 फॉलोअर्स हैं.

Also Read: उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी को पहनाया गया चुनौती भरा ताज, भगत सिंह कोश्यारी के रह चुके हैं ओएसडी, देर शाम लेंगे पद और गोपनीयता की शपथ

उत्तराखंड के 11वें सीएम पुष्कर सिंह धामी के ट्विटर फॉलोअर्स की तुलना देश के दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों से करें, तो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के 22.7 मिलियन फॉलोअर्स, बिहार के सीएम नीतीश कुमार के 6.7 मिलियन फॉलोअर्स, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के 5.9 मिलियन फॉलोअर्स, झारखंड के सीएम के ट्विटर हैंडल पर 730.7 हजार फॉलोअर्स हैं.

आज के समय में छोटे से लेकर बड़े नेता अपनी बातों को जनता तक पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स का सहारा लेते हैं. और कहने में कोई दो राय नहीं कि ट्विटर इसका एक बड़ा मंच है. ऐसे में उत्तराखंड के नये सीएम पुष्कर सिंह धामी के ट्विटर फॉलोअर्स की कम संख्या राज्य भाजपा इकाई के लिए चिंता की बात हो सकती है. वह भी तब, जब विधानसभा चुनाव के लिए एक साल से भी कम समय बचा है.

पुष्कर सिंह धामी ने अपने भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद कहा, मेरी पार्टी ने एक सामान्य से कार्यकर्ता को सेवा का अवसर दिया है. जनता के मुद्दों पर हम सबका सहयोग लेकर काम करेंगे. पुष्कर सिंह धामी को भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने पर पार्टी के सांसद अजय भट्ट ने उन्हें विनम्र और ईमानदार बताते हुए कहा, हमें इसी फैसले की अपेक्षा थी. अजय भट्ट ने विधानमंडल दल के इस फैसले को ऐतिहासिक निर्णय बताते हुए कहा कि पार्टी ने राज्य में एक युवा नेतृत्व दिया है. उन्होंने दावा किया कि साल 2022 में पार्टी पहले से भी ज्यादा बहुमत से जीतने वाली है.

जाहिर है, अगले विधानसभा चुनाव में जनाधार अपनी ओर करने के लिए उत्तराखंड के अगले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को जमीनी स्तर पर काम करने के अलावा ट्विटर सहित दूसरे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर भी एक्टिव होना होगा. ताकि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़कर अपनी बात उन तक पहुंचा सकें और अपने फॉलोअर्स को वोट बैंक में बदल सकें. क्योंकि उनसे पहले के मुख्यमंत्रियों के ट्विटर पर कहीं ज्यादा फॉलोअर्स हैं.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें