![Mobile App से इलेक्शन में होगी वोटिंग, नयी तकनीक टेस्ट कर रहा Eci 1 Undefined](https://cdnimg.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2021-09/62d45130-2a30-4145-950e-a89505007ca2/eci_1200.jpg)
ECI Testing E-Voting in Karnataka Election: अब आप मोबाइल ऐप के जरिये चुनाव में वोटिंग कर पाएंगे. बदलती तकनीक के इस दौर में अब चुनाव में वोट डालने के लिए वोटर कार्ड जरूरी नहीं रह जाएगा.
![Mobile App से इलेक्शन में होगी वोटिंग, नयी तकनीक टेस्ट कर रहा Eci 2 Undefined](https://cdnimg.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2020-06/7b8bdbc9-801a-44f3-acae-45bd561c0840/trai_tv_app.jpg)
आप मोबाइल ऐप के जरिये चुनाव में अपने पसंदीदा उम्मीदवार और पार्टी को वोट कर पाएंगे. भारतीय चुनाव आयोग ने चुनाव में एक नयी टेक्नोलॉजी की टेस्टिंग कर रही है. इसमें फेशियल रेकग्निशन के जरिये चुनाव में वोट डाला जा सकेगा.
![Mobile App से इलेक्शन में होगी वोटिंग, नयी तकनीक टेस्ट कर रहा Eci 3 Undefined](https://cdnimg.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2022-01/f9869611-c92f-4ea5-8646-7948bfa42b1e/vote_jharkhand.jpg)
आसान भाषा में कहें, तो चुनाव में वोट डालने के लिए वोटर आईडी की जरूरत नहीं पड़ेगी. मतदाता चुनाव में मोबाइल ऐप और सेल्फी की मदद से वोट डाल पाएंगे. इस तकनीक का इस्तेमाल बेंगलुरु के पोलिंग बूथ में किया जा रहा है.
![Mobile App से इलेक्शन में होगी वोटिंग, नयी तकनीक टेस्ट कर रहा Eci 4 Undefined](https://cdnimg.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2023-05/61dcf621-1751-4475-9517-ec10181f2476/facebook_facial_recognition_social_media.jpg)
इसके लिए मतदाता को ऑफिशियल ऐप पर अपनी सेल्फी को अपलोड करना होता है. इसके लिए फेशियल रेकग्निशन तकनीक का इस्तेमाल होता है. एक बार जब स्कैन सक्सेसफुल हो जाएगा, तो वोटर अपना वोट डाल सकता है.
![Mobile App से इलेक्शन में होगी वोटिंग, नयी तकनीक टेस्ट कर रहा Eci 5 Undefined](https://cdnimg.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2023-05/8a7d826d-659f-4d42-b9e4-e16f71fd650f/Election_Commission_Of_India.jpg)
इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया की तरफ से पहली बार फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसे में ई-वोटिंग की सुरक्षा को लेकर सवाल उठना लाजिमी है. इलेक्शन कमीशन ने इसपर कहा है कि फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी का पोलिंग बूथ के आसपास इस्तेमाल किया जा रहा है, ऐसे में कोई इसका गलत इस्तेमाल नहीं कर पाएगा.