21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Koo ने की सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स के एल्गोरिदम में पारदर्शिता की वकालत, CEO ने कही यह बात

Advertisement

Koo CEO अप्रमेय राधाकृष्ण ने कहा कि किसी भी सोशल मीडिया मंच के लिए आत्म-नियमन पहला कदम होना चाहिए लेकिन इन मंचों के यूजर्स की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरने की स्थिति में अलग से निर्देश जारी करना भी जरूरी हो जाता है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Koo App News: घरेलू माइक्रो-ब्लॉगिंग मंच कू के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अप्रमेय राधाकृष्ण का मानना है कि आंकड़ों की गणना पद्धति (एल्गोरिद्म) के बारे में पारदर्शी एवं सतत रवैया अपनाना ही यूजर्स का भरोसा हासिल करने का सही तरीका है.

- Advertisement -

राधाकृष्ण ने कहा कि किसी भी सोशल मीडिया मंच के लिए आत्म-नियमन पहला कदम होना चाहिए लेकिन इन मंचों के यूजर्स की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरने की स्थिति में अलग से निर्देश जारी करना भी जरूरी हो जाता है. राधाकृष्णन ने कुछ सोशल मीडिया मंचों पर एल्गोरिद्म संबंधी पूर्वाग्रहों के बारे में पूछे जाने पर कहा, पारदर्शी एवं अनवरत रहना हमारी पसंद है और हम सोशल मीडिया की दुनिया में भी उसी मूल्य को लेकर आगे आ रहे हैं.

Also Read: Koo App के नाम एक और उपलब्धि, एशिया-पैसिफिक के Top-3 हॉटेस्ट प्रॉडक्ट्स में बनायी जगह

फेसबुक की प्रणाली एवं एल्गोरिद्म से नफरत फैलाने वाली खबरों को बढ़ावा देने के आरोप लगने से सोशल मीडिया मंचों के एल्गोरिद्म एवं साधनों के प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ती जा रही हैं. जानकारों का कहना है कि इस तरह का एल्गोरिद्म सोशल मीडिया मंचों पर गलत सूचनाओं के साथ ही नुकसानदेह सामग्री को बढ़ावा दे सकता है.

व्हिसलब्लोअर फ्रांसिस हॉगेन के हालिया खुलासों के बाद फेसबुक पर ये आरोप लगे कि वह अपने लाभ के लिए सार्वजनिक हित को तिलांजलि दे रही है. फेसबुक के दुनियाभर में 2.91 अरब सक्रिय उपयोगकर्ता हैं जिनमें भारत के भी 40 करोड़ से अधिक लोग शामिल हैं.

Also Read: Twitter के प्रतिद्वंद्वी Koo ऐप का यूजरबेस पहुंचा 1.5 करोड़ के करीब, ये है आगे का प्लान

सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर कह चुके हैं कि किसी भी सोशल मीडिया मंच एल्गोरिद्म को भारतीय नागरिकों के बुनियादी अधिकारों के हनन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. उन्होंने बदलते समय के हिसाब से नियमों में बदलाव को भी जरूरी बताया.

इस संदर्भ में भारत के तेजी से बढ़ते घरेलू सोशल मीडिया मंच कू के सह-संस्थापक राधाकृष्ण कहते हैं कि एल्गोरिद्म में पारदर्शिता रखना किसी भी कंपनी के लिए एक सजगता भरा फैसला होना चाहिए और हरेक मंच को ऐसा करना चाहिए.

Also Read: Koo बन रहा नंबर 1 हिंदी माइक्रोब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म, कुल 1 करोड़ यूजर्स में से आधे कर रहे हिंदी में बात

उन्होंने कहा कि यह बात सोशल मीडिया के हरेक स्वरूप पर समान रूप से लागू होती है. उन्होंने कहा, अगर कोई एल्गोरिद्म पारदर्शी और अनवरत है तो यह आगे बढ़ने का सही तरीका है और इससे उपयोगकर्ताओं के साथ-साथ सरकारों में भी भरोसा पैदा होता है.

अपने मंच को पारदर्शी बताते हुए राधाकृष्ण ने कहा कि यह किसी भी तरह के पूर्वाग्रह से मुक्त है और इसमें डाली गई सामग्रियों को क्रमिक रूप से दिखाया जाता है. उन्होंने कहा कि कू अपने उपयोगकर्ताओं को पारदर्शी विकल्प मुहैया कराना जारी रखेगी.

Also Read: KOO ऐप के डाउनलोड्स का आंकड़ा एक करोड़ के पार, अगले एक साल में 10 करोड़ का लक्ष्य

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें