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भारतीय ऑटो इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में धूम…2032 तक कारोबार 70 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान

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ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स में इनोवेशन भारतीय ऑटो इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार की वृद्धि का एक प्रमुख कारण है. नए और उन्नत उत्पादों और प्रौद्योगिकियों का विकास वाहनों को अधिक सुरक्षित, कुशल, और सुविधाजनक बना रहा है.

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भारतीय ऑटो इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार 2032 तक 70 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. यह वर्तमान मूल्य से लगभग 4 गुना अधिक है. ACMA के अनुसार, टेलीमैटिक्स, ओबीडी और सॉफ्टवेयर जैसी विभिन्न नए जमाने की टेकनॉलॉजी के बढ़ने के साथ, आफ्टरमार्केट में ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए बाजार का अवसर 8-10 बिलियन अमेरिकी डॉलर आंका गया है. इसके अलावा, integrated industry body का अनुमान है कि ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार अगले दशक में 10 गुना बढ़कर लगभग 80 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा. इस वृद्धि के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं.

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भारतीय ऑटो इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में वृद्धि क्यों?

  • ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स में इनोवेशन: ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स में लगातार नए और उन्नत उत्पादों और प्रौद्योगिकियों का विकास हो रहा है. इनमें से कई प्रौद्योगिकियां, जैसे कि सेंसर्स, एआई, और वी2वी संचार, वाहनों को अधिक सुरक्षित, कुशल, और सुविधाजनक बना रही हैं.

  • ऑटोमोटिव उद्योग में बढ़ती मांग: भारत में ऑटोमोटिव उद्योग तेजी से बढ़ रहा है. 2030 तक, भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोटिव बाजार होने का अनुमान है. इस बढ़ती मांग से ऑटो इलेक्ट्रॉनिक्स की मांग में वृद्धि होगी.

  • सरकार की नीतियों का समर्थन: भारत सरकार ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियों और कार्यक्रमों का समर्थन कर रही है.

  • इन नीतियों में शामिल हैं: इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी और कर छूट. ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स में अनुसंधान और विकास (R&D) को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय सहायता. ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स में इनोवेशन

ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स में इनोवेश

ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स में इनोवेशन भारतीय ऑटो इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार की वृद्धि का एक प्रमुख कारण है. नए और उन्नत उत्पादों और प्रौद्योगिकियों का विकास वाहनों को अधिक सुरक्षित, कुशल, और सुविधाजनक बना रहा है.

कुछ उल्लेखनीय इनोवेशन में शामिल हैं:

  • सेंसर्स: सेंसर्स वाहनों को अपने आसपास की दुनिया को समझने में मदद करते हैं. इनका उपयोग एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) में किया जाता है, जो दुर्घटनाओं को रोकने में मदद कर सकते हैं.

  • एआई: एआई वाहनों को स्वचालित रूप से संचालित करने और बेहतर निर्णय लेने में मदद कर सकता है. इसका उपयोग ADAS और अन्य प्रौद्योगिकियों में किया जाता है.

  • वी2वी संचार: वी2वी संचार वाहनों को एक-दूसरे के साथ संवाद करने की अनुमति देता है. इसका उपयोग दुर्घटनाओं को रोकने और यातायात को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए किया जा सकता है. ऑटोमोटिव उद्योग में बढ़ती मांग

2030 तक, भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोटिव बाजार होने का अनुमान

भारत में ऑटोमोटिव उद्योग तेजी से बढ़ रहा है. 2030 तक, भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोटिव बाजार होने का अनुमान है. इस बढ़ती मांग से ऑटो इलेक्ट्रॉनिक्स की मांग में वृद्धि होगी. भारत में ऑटोमोटिव उद्योग की वृद्धि के कई कारण हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • देश की बढ़ती आबादी और आय.

  • सरकार की नीतियों का समर्थन.

  • वैश्विक ऑटोमोटिव उद्योग में भारत की बढ़ती हिस्सेदारी.

  • सरकार की नीतियों का समर्थन

भारत सरकार कर रही समर्थन 

भारत सरकार ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियों और कार्यक्रमों का समर्थन कर रही है. इन नीतियों में शामिल हैं:

  • इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी और कर छूट.

  • इलेक्ट्रिक वाहनों में इलेक्ट्रॉनिक्स का उपयोग अधिक होता है.

  • ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स में अनुसंधान और विकास (R&D) को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय सहायता.

  • अनुसंधान और विकास नए और उन्नत उत्पादों और प्रौद्योगिकियों के विकास को बढ़ावा देता है. भारतीय ऑटो इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार की संभावनाएं

2023 में, भारतीय बाजार में 54,000 इलेक्ट्रिक कारें बेची गईं

2023 में, भारतीय बाजार में 54,000 इलेक्ट्रिक कारें बेची गईं, जो 2022 की तुलना में 70% की वृद्धि है. 2030 तक, भारतीय बाजार में 5 मिलियन इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री होने का अनुमान है. भारतीय इलेक्ट्रॉनिक कार बाजार 2023 में $2.2 बिलियन का था और 2030 तक $22 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान है. यह वर्तमान मूल्य से लगभग 10 गुना अधिक है.

भारतीय इलेक्ट्रॉनिक कार बाजार में कई प्रमुख खिलाड़ी

भारतीय इलेक्ट्रॉनिक कार बाजार में कई प्रमुख खिलाड़ी हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • टाटा मोटर्स: टाटा मोटर्स भारत की सबसे बड़ी ऑटोमोटिव कंपनी है. कंपनी ने टाटा नेक्सन ईवी, टाटा टिगोर ईवी, और टाटा पंच ईवी सहित कई लोकप्रिय इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च की हैं.

  • महिंद्रा एंड महिंद्रा: महिंद्रा एंड महिंद्रा भारत की दूसरी सबसे बड़ी ऑटोमोटिव कंपनी है. कंपनी ने महिंद्रा एक्सयूवी400 ईवी, महिंद्रा ई-KUV100, और महिंद्रा ई-मराज ईवी सहित कई इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च की हैं.

  • हुंडई: हुंडई भारत में एक प्रमुख ऑटोमोटिव कंपनी है. कंपनी ने हुंडई क्रेटा ईवी और हुंडई आयनiq 5 सहित कई इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च की हैं.

  • स्कोडा: स्कोडा भारत में एक प्रमुख ऑटोमोटिव कंपनी है. कंपनी ने स्कोडा ईवीओसी और स्कोडा ई-रैपिड सहित कई इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च की हैं.

  • वोक्सवैगन: वोक्सवैगन भारत में एक प्रमुख ऑटोमोटिव कंपनी है. कंपनी ने वोक्सवैगन ID.4 और वोक्सवैगन ID.3 सहित कई इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च की हैं.

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