15.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 07:21 am
15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Google, Apple और Amazon आये यूरोपियन यूनियन के डिजिटल रेगुलेशन में, अब नहीं चलेगी मनमानी

Advertisement

यूरोपीय यूनियन के इस कानून में टेक्नोलॉजी कंपनियों के लिए उन गतिविधियों का जिक्र है जिनसे वे नए डिजिटल बाजारों पर कब्जा न कर पाएं. इसके लिए उन पर भारी जुर्माना लगाने या कंपनी को विघटित करने की चेतावनी देने जैसे तरीके भी अपनाए जा सकते हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

यूरोपीय यूनियन (EU) ने ऐपल, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, फेसबुक और टिकटॉक जैसी टेक्नोलॉजी बेस्ड कंपनियों को नए डिजिटल नियमों के दायरे में लाने की घोषणा की. यूरोपीय यूनियन में ऑनलाइन कंपनियों की कारोबारी क्षमता को नियंत्रित करने के इरादे से ‘डिजिटल बाजार अधिनियम’ लाया गया है. इसके तहत इन छह वैश्विक कंपनियों को ऑनलाइन गेटकीपर के रूप में वर्गीकृत किया गया है जिसकी वजह से उन पर अधिकतम निगरानी रखी जाएगी. यूरोपीय यूनियन की कार्यकारी शाखा यूरोपीय आयोग के आयुक्त एवं डिजिटल नीति के प्रभारी थिएरी ब्रेटन ने कहा, अब खेल के नियम बदलने का वक्त आ गया है. हमें यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी ऑनलाइन प्लैटफॉर्म, चाहे वह कितना भी बड़ा हो, ढंग से बर्ताव करे.

- Advertisement -

कंपनियों को अनुपालन के लिए छह महीनों का दिया गया वक्त

यूरोपीय यूनियन के इस कानून में टेक्नोलॉजी कंपनियों के लिए उन गतिविधियों का जिक्र है जिनसे वे नए डिजिटल बाजारों पर कब्जा न कर पाएं. इसके लिए उन पर भारी जुर्माना लगाने या कंपनी को विघटित करने की चेतावनी देने जैसे तरीके भी अपनाए जा सकते हैं. Google की मूल कंपनी Alphabet, Facebook की संचालक कंपनी Meta, Apple, Amazon, Microsoft एवं TikTok की मूल कंपनी ByteDance को यूरोपीय यूनियन के नए डिजिटल नियमों का अनुपालन करना होगा. हालांकि इन कंपनियों को अनुपालन के लिए छह महीनों का वक्त दिया गया है.

मैसेज-बेस्ड सेवाओं को एक-दूसरे के साथ काम करने की जरूरत

यूरोपीय आयोग ने कहा कि डिजिटल प्लैटफॉर्म अगर कारोबारों एवं उपभोक्ताओं के बीच गेटवे के तौर पर सेवाएं देते हैं तो उन्हें गेटकीपर के तौर पर सूचीबद्ध किया जा सकता है. इन सेवाओं में गूगल का क्रोम ब्राउजर, माइक्रोसॉफ्ट का विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम, मेटा का व्हाट्सऐप, टिकटॉक और अमेजन के मार्केटप्लेस और ऐपल के ऐप स्टोर शामिल हैं. मैसेज-बेस्ड सेवाओं को एक-दूसरे के साथ काम करने की जरूरत होगी. इसके अलावा डिजिटल प्लैटफॉर्म ऑनलाइन सर्च के नतीजों में अपने उत्पादों या सेवाओं को अपने प्रतिद्वंद्वियों के ऊपर नहीं दर्शा पाएंगे. इन प्रावधानों का उल्लंघन करने वाली कंपनी पर उसके वार्षिक वैश्विक राजस्व का 10 प्रतिशत तक जुर्माना लगाया जा सकता है. बार-बार उल्लंघन करने पर यह जुर्माना 20 प्रतिशत तक बढ़ाया जा सकता है या फिर कंपनी को विघटित भी किया जा सकता है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें