28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

डिजाइन फेज में ही तय हो जाती है Electric Two Wheeler Price

Advertisement

Electric Two Wheeler: इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन निर्माताओं के लिए मूल रूप से 6 चीजें महत्वपूर्ण मानी जाती हैं. इनमें प्रोडक्ट परफॉर्मेंस, सोर्सिंग, टाइम टू मार्केट, कैपिटल एक्सपेंडिचर, अपफ्रंट प्रोडक्ट कॉस्ट और टोटल कॉस्ट ऑफ ऑनरशिप शामिल हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Electric Two Wheeler: इलेक्ट्रिक दोहपहिया वाहनों के बाजार में आने के बाद परिवहन व्यवस्था में बदलाव दिखाई दे रहा है. बैटरी तकनीक की सफलताओं ने बेहतर रेंज और परफॉर्मेंस के साथ इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण को बढ़ावा दिया है. इससे लोगों को आवागम के लिए पेट्रोल-डीजल वाले वाहनों के मुकाबले स्वच्छ और अधिक लागत प्रभावी ऑप्शन मिला है. ईंधन की कीमतों के मामले में आंतरिक दहन इंजन (आईसीई) वाले मोटरसाइकिल और स्कूटरों के मुकाबले इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन प्रदूषण मुक्त होने के साथ-साथ किफायती भी होते जा रहे है. आईसीई वाले दोपहिया वाहनों से आवागम करने पर जहां प्रति किलोमीटर 2 से 2.50 रुपये खर्च आता है, वहीं इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों से आवागमन करने पर लोगों को 30 से 50 पैसे प्रति किलोमीटर ही खर्च करने पड़ रहे हैं.

- Advertisement -

इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बाजार में कड़ा मुकाबला

इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के आने के बाद मोबिलिटी में एक नए युग की शुरुआत होने के साथ ही इसके निर्माताओं को भी अवसर मिला है. इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बाजार में कड़ा मुकाबला है. एक इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों से दूसरे को अलग करने के लिए इसके ऑरिजनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (ओईएम) को अपने प्रोडक्ट को अलग करने की जरूरत पड़ती है. इसके साथ ही, इसकी उत्पादन लागत को भी कंट्रोल करने की जरूरत है.

पांच चीजों पर तय होती है इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन की लागत

बाजार में उपलब्ध इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों को पांच चीजें मजबूत बनाती हैं. इनमें मैकेनिकल और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम, बैटरी, मोटर, कंट्रोलर, इलेक्ट्रिक सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक्स, प्रोडक्ट परफॉर्मेंस और कंपनी का कॉन्सेप्ट शामिल हैं. ये पांच चीजें दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की 50 से 70 फीसदी उत्पादन लागत को तय करती हैं. इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन निर्माता कंपनियां डिजाइन फेज में ही ओईएम कोर सिस्टम का ऑप्शन चुन लेते हैं और फिर उसी के आधार पर उसकी लागत तय की जाती है.

Also Read: भारत में पहली कार किसने खरीदी, रतन टाटा से क्या है संबंध?

इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन निर्माताओं के लिए 6 चीजें महत्वपूर्ण

इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन निर्माताओं के लिए मूल रूप से 6 चीजें महत्वपूर्ण मानी जाती हैं. इनमें प्रोडक्ट परफॉर्मेंस, सोर्सिंग, टाइम टू मार्केट, कैपिटल एक्सपेंडिचर, अपफ्रंट प्रोडक्ट कॉस्ट और टोटल कॉस्ट ऑफ ऑनरशिप शामिल हैं.

Also Read: कौन हैं डॉ सुरेश नांबियार जिनका वीडियो आनंद महिंद्रा ने किया ट्वीट?

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें