16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

5G RollOut: नयी तकनीक के साथ बढ़ेगा डेटा सिक्योरिटी का खतरा, सावधानी है जरूरी

Advertisement

5G तकनीक 4G के साथ काम करेगी और धीरे-धीरे पूरी तरह से इसकी जगह ले लेगी. जहां 5G तकनीक इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), स्मार्ट सिटीज और उद्योग 4.0 को बढ़ावा देने का वादा करता है, वहीं यह साइबर हमले के भी रास्ते खोलते हुए कुछ सावधानी और सावधानी बरतने का आह्वान करती है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

5G Rollout Challenges: 5G यानी पांचवीं पीढ़ी का वायरलेस सेलुलर नेटवर्क इसी महीने लॉन्च किया जाएगा. संचार की पहली चार पीढ़ियां कनेक्टिविटी काे नये स्तर तक ले गईं. जहां 3G और 4G ने मोबाइल डेटा में सुधार किया है, वहीं 5G मोबाइल ब्रॉडबैंड ऐक्सेस का विस्तार करने जा रहा है.

- Advertisement -

5G तकनीक 4G के साथ काम करेगी और धीरे-धीरे पूरी तरह से इसकी जगह ले लेगी. जहां 5G तकनीक इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), स्मार्ट सिटीज और उद्योग 4.0 को बढ़ावा देने का वादा करता है, वहीं यह साइबर हमले के भी रास्ते खोलते हुए कुछ सावधानी और सावधानी बरतने का आह्वान करती है.

Also Read: 5G लॉन्च की तैयारियों के बीच खुली टेलीकॉम कंपनियों की पोल, आधे से ज्यादा यूजर्स कॉल ड्रॉप से परेशान

उदाहरण के लिए, हाई बैंडविड्थ और 5G की कम विलंबता का मतलब होगा कि बॉडी कैमरा, चेहरे की पहचान करनेवाली तकनीक, नंबर प्लेट रीडिंग, ड्रोन और सीसीटीवी जैसे उपकरण अधिक कुशलता से काम करेंगे. इससे पुलिस को मदद मिलेगी क्योंकि उनके पास अधिक परिष्कृत डेटा और स्पष्ट चित्रों तक पहुंच संभव होगी. इससे संगठनों के साथ आपातकालीन उत्तरदाताओं के साथ संचार भी तेज होगा.

दूसरी ओर, 5G में समान बड़ी बैंडविड्थ अपराधियों को आसानी से डेटाबेस चुराने करने की अनुमति देगी. समय के साथ और अधिक उपकरण जुड़ेंगे और इससे अटैक्स की संख्या बढ़ेगी. यही नहीं, साइबर हमले और भी अधिक सटीक हो सकते हैं. हालांकि, पुलिस के लिए 5जी के माध्यम से उपलब्ध होने वाले विशाल डेटा का लाभ उठाने की स्थिति में होने के लिए, सरकारों को पुलिस सॉफ्टवेयर के इंफ्रास्ट्रक्चर और टूल्स को अपग्रेड करने की दिशा में तेज कदम उठाने चाहिए. यही नहीं, पुलिसकर्मियों को 5G सक्षम अपराधों का पता लगाने के लिए भी प्रशिक्षित करने की भी जरूरत है.

Also Read: Best 5G Smartphones Under 20K: 20 हजार रुपये से सस्ते ये हैं बेस्ट 5G स्मार्टफोन्स, देखें पूरी लिस्ट

5G में वायरलेस सेलुलर नेटवर्क एक केंद्रीकृत, हार्डवेयर आधारित स्विचिंग से एक वितरित, सॉफ्टवेयर परिभाषित डिजिटल रूटिंग में ट्रांसफर हो जाएगा. 5G में ज्यादा ट्रैफिक रूटिंग पॉइंट होंगे. वर्तमान नेटवर्क में, हार्डवेयर चोक पॉइंट के रूप में कार्य करता है और ऐसे हमलों को रोकता है. पूरी तरह से सुरक्षित होने के लिए सभी ट्रैफिक रूटिंग पॉइंट्स पर नजर रखनी होगी. कोई भी असुरक्षित क्षेत्र नेटवर्क के अन्य भागों के लिए खतरा पैदा कर सकता है.

मौजूदा नेटवर्क गति और क्षमता में सीमित हैं और इससे सेवा प्रदाताओं को वास्तविक समय में सुरक्षा की निगरानी करने में मदद मिली. 5G में बड़ी बैंडविड्थ हमले के अतिरिक्त रास्ते बनाती है. अतिरिक्त गति और मात्रा सुरक्षा तंत्र को चुनौती देगी या दबाव डालेगी.

Also Read: Reliance Jio 5G कहां और कितने रुपये में होगी लॉन्च, जानें पूरी डीटेल

सेल साइट्स 5G की गतिशील स्पेक्ट्रम साझा करने की क्षमता का उपयोग करती हैं ताकि सूचना की कई धाराओं को बैंडविड्थ को स्लाइस में साझा करने की अनुमति मिल सके. इंटरनेट ऑफ थिंग्स से अधिक स्मार्ट डिवाइस जुड़े होने के कारण नेटवर्क असुरक्षित हो जाता है.

कास्परस्की का सुझाव है कि आज के समय में जहां हर डिवाइस एक छोटा कंप्यूटर है. मौजूदा इंटरनेट इंफ्रास्ट्रक्चर की वर्तमान और भविष्य की कमजोरियां तेज हो गई हैं. परिष्कृत बॉटनेट, गोपनीयता उल्लंघन और तेज डेटा निष्कर्षण का जोखिम 5G के साथ बढ़ सकता है. मोबाइल फोन, कंप्यूटर, स्मार्ट होम डिवाइस, कार के इंफोटेनमेंट सिस्टम, स्मार्ट टीवी, डोर लॉक, रेफ्रिजरेटर, स्पीकर और अन्य घरेलू उपकरण जो इंटरनेट, ब्लूटूथ या अन्य से जुड़ते हैं, कमजोर कड़ी हो सकते हैं. इन डिवाइसेज के पास ऐप्स, फर्मवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम का नवीनतम संस्करण होना चाहिए.

Also Read: Mukesh Ambani बोले- 5जी में दो लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी रिलायंस, सेवाएं दिवाली तक शुरू होंगी

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें