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Coronavirus in Jharkhand LIVE Update : जामताड़ा में पांच कोरोना पॉजिटिव हुए स्वस्थ, झारखंड...

Coronavirus in Jharkhand LIVE Update : झारखंड में पिछले 24 घंटे में 42 नये कोरोना संक्रमित मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,140 हो गई है. अच्छी खबर ये है कि राज्यभर में पिछले 24 घंटे में 63 संक्रमित मरीज स्वस्थ हुए. राज्य में अब तक 1,469 लोगों ने कोरोना को मात दी है. फिलहाल राज्य में 660 एक्टिव केस हैं. 11 संक्रमितों की अब तक मौत हो चुकी है. झारखंड की ताजा खबरों के लिए बने रहें हमारे साथ...

Deepika Kumari Marriage Updates : शादी की जोड़े में बेहद खूबसूरत लग रहे...

Deepika kumari ki shadi, Dipika Kumari Marriage Updates : रांची : अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज और ओलिंपियन दीपिका कुमारी और अतनु दास (atanu das) एक दूजे को हो गये. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पद्मश्री अशोक भगत समेत कई अतिथियों ने दोनों को नव जीवन की शुभकामनएं दी. रांची के मोरहाबादी विवाह समारोह का आयोजन किया गया है. विवाह समारोह की हर तस्वीर और वीडियो को देखने के लिए बने रहिए हमारे लाइव ब्लॉग पर.

Coronavirus in Jharkhand LIVE Update : झारखंड में 1 जुलाई को 35...

Coronavirus in Jharkhand LIVE Update : झारखंड के अलग-अलग जिलों में 1 जुलाई यानी बुधवार को 35 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. वहीं, 47 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. राज्य में सबसे ज्यादा 8 पॉजिटिव मामले पूर्वी सिंहभूम में मिले हैं. धनबाद में 6, हजारीबाग में 5, गढ़वा में 4, रांची, साहिबगंज, पाकुड़ में 2-2, लोहरदगा, खूंटी, गुमला, गोड्डा, दुमका और बोकारो में 1-1 व्यक्ति में इस जानलेवा बीमारी के विषाणु पाये गये हैं. इस तरह कोरोना से पीड़ित मरीजों की संख्या 2525 हो गयी है. राज्य में अब तक 15 लोग इस बीमारी की वजह से दम तोड़ चुके हैं.

आइए जंगल बचाएं

राजधानी रांची के 20 गांवों में वन प्रेमी महादेव महतो की अगुवाई में पदयात्रा निकाली गयी. पेड़-पौधों को संरक्षित करने के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया गया. वन रक्षा समिति बनायी गयी. पेड़ों पर रक्षासूत्र बांध कर उन्हें बचाने का संकल्प लिया गया. इसका परिणाम भी दिखा.

जंगल बचाने के लिए ग्रामीणों ने की थी 100 किलोमीटर की पदयात्रा

100 किलोमीटर की इस पदयात्रा में 42 लोग शामिल थे. यह पदयात्रा 20 गांवों में पहुंची थीं. इस दौरान ग्रामीणों को वन बचाने के लिए जागरूक किया गया, वहीं वन रक्षा समिति बनायी गयी. हर साल वन रक्षाबंधन त्योहार मनाने का फैसला लिया गया.

जंल बचाने के लिए ग्रामीणों ने कि थी 100 किलोमीटर की पदयात्रा पार्ट 3

गणेशपुर के बाद यह पदयात्रा मूटा, भसूर होते हुए जयडीहा गयी थी. वहां से डोहाकातू से ईचादाग गयी थी. ईचादाग से यह यात्रा चुटूपालू गयी थी. इन सभी गांवों में वन बचाने को लेकर ग्रामीण जागरूक हुए लेकिन ईचादाग में इस यात्रा का कोई गंभीर प्रभाव नहीं पड़ा. आज स्थिति यह है कि गांव में वन प्रबंधन सुरक्षा समिति तक का गठन नहीं हुआ है. पेड़ो की कटाई बेरोक-टोक जारी है.

जंगल बचाने के लिए ग्रामीणों ने की थी 100 किलोमीटर की पदयात्रा पार्ट 2

पदयात्रा की शुरुआत झारंखड के नशामुक्त गांव से हुई इसके बाद यह यात्रा यहां से भूसूर और मूटा होते हुए गणेशपुर गांव पहुंची. भूसूर गांव में वन संरक्षण के लेकर बेहतर प्रयास हुआ है. मूटा में भी अब वनों को बचाने के लिए ग्रामीण जागरूक हो रहे हैं और सामने आ रहे हैं.

हरियाली बढ़ाइए, जीवन बचाइए

मत्स्य पुराण के अनुसार एक पुत्र 10 तालाबों के बराबर होता है और एक वृक्ष 10 पुत्रों के समान. वन हैं, तभी हम हैं. जंगल महज पेड़-पौधे नहीं हैं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर भी हैं. झारखंड का कुल क्षेत्रफल 79,716 वर्ग किलोमीटर हैं. इसमें कुल 23,611 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र वनों से आच्छादित है यानी 29.62 फीसदी जंगल है. इनमें 2,603 वर्ग किलोमीटर घना वन क्षेत्र, जबकि 9,687 वर्ग किमी मध्यम घना वन क्षेत्र एवं 11,321 वर्ग किलोमीटर में खुला जंगल है.

सफल उद्यमी के रूप में अपनी अलग पहचान बना रही हैं सखी मंडल की...

आमतौर पर लोगों की यह धारणा है कि सखी मंडल से जुड़ी महिलाएं मुख्यतः साप्ताहिक बचत करती हैं, लेकिन गांवों की ये महिलाएं अपनी आजीविका सशक्त करने के लिए इसके अलावा बहुत कुछ कर रही हैं. अपने-अपने समूह से ऋण लेकर ये महिलाएं खेती- किसानी से लेकर उद्यमिता के क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रही हैं.
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