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Tuesday, February 11, 2025 | 07:49 pm
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ज्ञानेंद्र रावत

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जीवाश्म ईंधन की खपत को कम करना आवश्यक

वर्ष 2023 की बात करें, तो अक्तूबर महीने की गर्मी ने अभी तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं. सितंबर में दक्षिणी अमेरिका में रिकॉर्डतोड़ गर्मी पड़ी. न्यूयॉर्क में रिकॉर्ड बारिश हुई.

2016 की गर्मी का रिकॉर्ड टूट जाने का अंदेशा

हमने 1951 के बाद करीब दस बार अल नीनो के कारण सूखे की भयावहता का सामना किया है. अल नीनो का सर्वाधिक प्रभाव बारिश के पैटर्न पर पड़ता है.

वैश्विक बाजार में बढ़ती श्रीअन्न की उपयोगिता

मोटे अनाज के उत्पादक किसानों और व्यापारियों के लिए यह वर्ष अंतरराष्ट्रीय श्रीअन्न वर्ष घोषित होने से अति महत्वपूर्ण है. इसका एक कारण यह भी है कि देश में भी मोटे अनाज के प्रति आम आदमी की रुचि बढ़ रही है

खतरनाक है अल-नीनो की वापसी

मैदानी क्षेत्रों में गर्मी की लहर तब आती है, जब तापमान 40 डिग्री पार कर जाता है. पर्वतीय इलाकों में जब तापमान 30 डिग्री हो जाता है, रात का तापमान 40 से अधिक हो और तटीय इलाकों में 37 डिग्री से अधिक होता है

बड़े शहरों पर जल समाधि का खतरा

हमारे नीति-नियंता हिमालयी ग्लेशियरों के पिघलने की बढ़ती दर, उसके दुष्परिणामों से बेखबर हो अंधाधुंध विकास रथ पर सवार हैं. वे सोचते ही नहीं कि यदि ग्लेशियर नहीं बचे

वायु प्रदूषण से निपटना जरूरी

लॉकडाउन से उपजी परेशानियों को छोड़ दें, तो इस दौरान हमारी प्राकृतिक संपदा, पर्यावरण, नदियों और वायु की गुणवत्ता को सबसे ज्यादा लाभ पहुंचा है़ वायु प्रदूषण घटा और प्रकृति की हरियाली लौटी.

दहकते जंगलों की पड़ताल

उत्तराखंड के जंगलों में हर साल लगने वाली भीषण आग का खामियाजा देश भुगतता है. जंगल हमारी जरूरतों की पूर्ति करते हैं. विडंबना है कि इन घटनाओं से हमने कोई सबक नहीं लिया.

जलवायु परिवर्तन और चक्रवात

बीते वर्ष मई में आये अम्फान तूफान, जून में आये निसर्ग तूफान और नवंबर में आये निवार तूफान से भी अधिक भयावह तौकते तूफान है. मौसम विज्ञानियों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ और तेज हवाओं का इसे भयावह बनाने में अहम योगदान है.

बढ़ते तापमान के भयावह खतरे

केन्या की पर्यावरणविद् और नोबेल पुरस्कार विजेता बंगारी मथाई ने एक समय कहा था कि सभ्य होना है, तो जंगलों का साथी बनो, प्रकृति से जुड़ो, उससे प्रेम करो.
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