24.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 04:31 pm
24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

13 वर्षों बाद हो रही एमवीआइ की नियुक्ति, कई जिलों में खाली पड़े हैं पद

Advertisement

प्रदेश में एमवीआइ की भारी कमी है. 13 वर्षों से नियुक्ति नहीं होने के कारण कई जिलों में उनके पद खाली पड़े हैं. नतीजा कई एमवीआइ पर एक से अधिक जिलों का प्रभार है और सब मिलाकर एक लाख से अधिक वाहनों के फिटनेस को परखने और उसे प्रमाणित करने का बोझ है. लेकिन अब अधिक दिनों तक यह स्थिति नहीं रहेगी

Audio Book

ऑडियो सुनें

पटना : प्रदेश में एमवीआइ की भारी कमी है. 13 वर्षों से नियुक्ति नहीं होने के कारण कई जिलों में उनके पद खाली पड़े हैं. नतीजा कई एमवीआइ पर एक से अधिक जिलों का प्रभार है और सब मिलाकर एक लाख से अधिक वाहनों के फिटनेस को परखने और उसे प्रमाणित करने का बोझ है. लेकिन अब अधिक दिनों तक यह स्थिति नहीं रहेगी. 90 एमवीआइ की नियुक्ति होने वाली है, जिसके लिए बीते सप्ताह बीपीएससी ने आवेदन प्रक्रिया भी शुरू की है. इससे व्यावसायिक गाड़ियों के फिटनेस जांच का सत्यापन बेहतर ढंग से हो सकेगा.तीन लाख व्यावसायिक वाहनों पर पटना में केवल दो एमवीआइपटना जिला परिवहन कार्यालय में तीन लाख व्यावसायिक वाहन पंजीकृत हैं.

इनमें बड़े और छोटे ट्रक और पिकअप वैन के साथ-साथ टैक्सी और बसें भी शामिल हैं. पर यहां केवल दो एमवीआइ पदस्थापित हैं. इनमें भी एक एमवीआइ केवल सरकारी वाहनों की फिटनेस जांच करते हैं और गैर सरकारी व्यावसायिक वाहनों की फिटनेस की देखरेख का पूरा जिम्मा केवल एक अधिकारी के ऊपर है. एमवीआइ के काम को हल्का बनाने के लिए फिटनेस सेंटर का प्रावधान किया गया है, जहां से गाड़ियां फिटनेस जांच करवा सकती हैं और ऐसे सेंटरों द्वारा दी गयी जांच रिपोर्ट पर काउंटर साइन कर एमवीआइ उन्हें मान्यता दे सकते हैं. लेकिन फिटनेस सेंटर की भी प्रदेश में कमी है.

सरकारी फिटनेस सेंटर नहीं हैं और जो प्राइवेट फिटनेस सेंटर चल रहे हैं, सुविधाओं की कमी के कारण उनमें से ज्यादातर की मान्यता खत्म हो चुकी है. ऐसे में एमवीआइ को यह सहायता भी नहीं मिल पा रही है और उनका काम बेहद कठिन हो गया है. पंजीकरण के दो साल बाद से हर साल कराना है फिटनेस जांच मोटर व्हेकिल कानून के प्रावधानों के अनुसार नये वाहन के पंजीकरण के दो साल पूरे होने के बाद से हर साल हर व्यावसायिक वाहन को फिटनेस जांच करानी है.

ऐसे में पटना में लगभग दो लाख निजी व्यावसायिक वाहनों को हर साल फिटनेस जांच कराना अनिवार्य है. यह अलग बात है कि सख्ती नहीं होने के कारण कुछ ही वाहन मालिक अपने वाहनों का हर साल फिटनेस जांच कराते हैं और ज्यादातर बिना फिटनेस के ही चल रहे हैं. इसके कारण अब तक फिटनेस जांच बड़ी समस्या बन कर नहीं उभरी है और एक एमवीआइ से ही काम चल जा रहा है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें