बेतिया. जीएमसीएच परिसर में नवनिर्मित भवन के हैंडओवर से पूर्व बीएमएसआईसीएल के अधिकारियों की ओर से की जा रही जांच मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही. पहले दिन सोमवार को ब्लॉक ए में हुई जांच में डॉक्टर्स ने बीएमएसआईसीएल के परियोजना प्रबंधक से तमाम शिकायतें की थी और आपत्ति जताई थी. इधर, दूसरे दिन बीएमएसआईसीएल के प्रबंधक (परियोजना) योगेंद्र कुमार ने ब्लॉक ए के शेष भाग तथा बी ब्लॉक के भवन का गहनता से निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य डॉ दिनेश कुमार, अधीक्षक डॉ सुधा भारती, अस्पताल प्रबंधक मो. शाहनवाज सहित एचओडी व अन्य चिकित्सक भी साथ में थे. निरीक्षण के दौरान उपस्थित चिकित्सकों ने बीएमएसआईसीएल के पदाधिकारी से भवन में दिख रही कमियों की शिकायत की. ब्लॉक ए भवन में किसी भी चेंबर में एक्जामिनेशन टेबल व एक्जामिनेशन लाइट नहीं होने की शिकायत मिली. चिकित्सकों ने कहा कि चेंबर में टेबल नहीं होने से मरीजों की कैसे जांच की जाएगी. वहीं दूसरी तरफ इतने बड़े भवन में एसी की सुविधा नहीं होने से काम करने में काफी परेशानी होगी. जांच के दौरान प्रत्येक चेंबर में खुले में दिख रहे ड्रेनेज पाइप पर भी आपत्ति हुई. प्राचार्य डॉ दिनेश कुमार ने बताया ब्लॉक ए और बी की निर्माण पूरा होने के बाद अस्पताल प्रशासन को हैंडओवर करने से पहले बीएमएसआईसीएल के पदाधिकारी द्वारा दो दिवसीय जांच की गई. दोनों ब्लॉक में कई कमियां उजागर हुई. सबसे महत्वपूर्ण किसी भी डॉक्टर चेंबर में एक्जामिनेशन टेबल तक नही था. जिस पर चिकित्सकों ने आपत्ति की. एसी की सुविधा तक नहीं है. दोनों भवनों की सारी कमियों को बीएमएसआईसीएल के पदाधिकारी द्वारा सूचीबद्ध किया गया है. उन्होंने बताया कि जीएमसीएच प्रशासन सारी कमियों को ठीक किये बिना दोनों ब्लॉक को हैंडओवर नहीं लेगा. भवन की सारी कमियां दुरुस्त हो जाने के बाद ही भवन लिया जाएगा. ताकि मरीजों को और अधिक सुविधा मिल सकेगी. वहीं बीएमएसआईसीएल के अधिकारी ने बताया कि दोनों भवनों की सभी कमियों को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा. ताकि दोनों भवनों को जीएमसीएच प्रशासन को हैंडओवर किया जा सके.
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