भागलपुर ईंट निर्माता संघ की ओर से शनिवार को घोघा के एक ईंट भट्टा परिसर में बैठक हुई. बैठक में सबौर, कहलगांव, सन्हौला व गोराडीह में बाढ़ का पानी नहीं उतरने, किसानों की समस्या व समाधान को लेकर चर्चा हुई.
प्रभात इंपैक्ट
भागलपुर ईंट निर्माता संघ की ओर से शनिवार को घोघा के एक ईंट भट्टा परिसर में बैठक हुई. बैठक में सबौर, कहलगांव, सन्हौला व गोराडीह में बाढ़ का पानी नहीं उतरने, किसानों की समस्या व समाधान को लेकर चर्चा हुई. बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष विनोद कुमार यादवेंदु ने की और कहा कि एक-दो ईंट भट्टा संचालकों के कारण सभी ईंट भट्टा संचालक बदनाम हो रहे हैं. किसानों की समस्या चिंताजनक है. इसके लिए उनका सहयोग करेंगे और जलजमाव से मुक्ति दिलायेंगे. नदी का अवरोध दूर करके खेतों से पानी बाहर करायेंगे. प्रशस्तडीह, सीमरो, घोघा समेत विभिन्न बहियार में जाकर ईंट निर्माताओं ने किसानों की समस्याओं को देखा और महसूस किया और कहा कि वास्तव में यहां किसानों को खेती में परेशानी हो रही है. बैठक में ईंट निर्माता संघ के गौतम कुमार, मनोज यादव, धर्मेंद्र कुमार उर्फ टुन्नी मंडल, संजय यादव, श्याम यादव, पप्पू यादव, राकेश चौधरी, विक्की अवस्थी आदि शामिल हुए.
किसानों को पानी बाहर करने में करेंगे मदद
ईंट निर्माता संघ के पदाधिकारी प्रशस्तडीह पंचायत के मुखिया अतुल पांडेय समेत किसानों से भी मिले. उन्हें आश्वासन दिया कि जिन स्थानों पर पानी निकालने में दिक्कत होगी, वहां खुद जेसीबी, पोकलेन व अन्य संसाधन मुहैया करायेंगे. किसानों को अब जलजमाव की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा. घोघा नदी में पानी होने के कारण फसल की तरह ईंट व्यवसाय भी पिछात होता जा रहा है.
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दो दिन पहले जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों ने किया था निरीक्षण
दो दिन पहले जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर चारू चंद्र मिश्रा इंजीनियरों की टीम के साथ किसानों की समस्याओं से अवगत हुए थे. इसके बाद किसानों के पक्ष में रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय भेजी गयी थी. चीफ इंजीनियर चारू चंद्र मिश्रा ने बताया था कि ईंट भट्टा संचालकों ने बाढ़ के पानी का मार्ग रोक दिया. घोघा नदी पर बांध बना दिया है. दर्जनों बांध बनाये गये हैं. इससे पानी का बहाव रुक गया है. इससे हजारों किसान पीड़ित हैं.
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