13.1 C
Ranchi
Sunday, February 16, 2025 | 03:42 am
13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

डीएमसीएच में बेकार साबित हो रहे तीन-तीन पीएसए ऑक्सीजन प्लांट

Advertisement

कोरोना काल में चिकित्सा के मद्देनजर ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए डीएमसीएच परिसर में चार ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किये गये थे.

Audio Book

ऑडियो सुनें

दरभंगा. कोरोना काल में चिकित्सा के मद्देनजर ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए डीएमसीएच परिसर में चार ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किये गये थे. पीएम केयर फंड से ओपीडी, शिशु, गायनिक व इएनटी विभागों में इसे इंस्टॉल किया गया था, लेकिन इसका मकसद पूरा नहीं हो सका. अभी भी मरीजों के चिकित्सा के मद्देनजर ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए सिलेंडर पर निर्भरता समाप्त नहीं हुई है. सरकार को हर माह ऑक्सीजन पर लाखों रुपये का व्यय करने पर रहे हैं. जानकारी के अनुसार प्रत्येक माह विभिन्न विभागों में ऑक्सीजन सिलेंडर पर करीब छह लाख रुपये खर्च हो रहें है. इस लिहाज से इस मद में साल में करीब 72 लाख रुपये व्यय हो रहे हैं. बताया गया है कि सप्लायर द्वारा चार से पांच गाड़ी बड़े सिलेंडर भेजा जाता है. अगर पीएसए प्लांट सही से कार्य करता तो यह स्थिति नहीं रहती.

शिशु व आपातकालीन विभाग में सबसे अधिक सिलेंडर की खपत

विभागीय जानकारी के अनुसार ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत शिशु व आपातकालीन विभाग में सबसे अधिक हो रही है. अन्य विभागों में गंभीर रोगियों के वेंटिलेटर में खपत हो रही है.

इकलौते लिक्विड प्लांट से इन विभागों में हो रही सप्लाई

डीएमसीएच परिसर में स्थापित लिक्विड प्लांट चालू अवस्था में है. इससे इएनटी, मेडिसिन, सर्जरी बिल्डिंग, ट्रॉमा सेंटर, पूराने गायनिक विभाग, आइसोलेशन में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है.

सीओटी व मेडिसिन आइसीयू में कनेक्शन नहीं

ओपीडी परिसर स्थित सीओटी व मेडिसिन आइसीयू में ऑक्सीजन की खपत सबसे अधिक होती है, लेकिन यहां किसी प्लांट से कनेक्शन नहीं है. ऑक्सीजन प्लांट के रखरखाव व कनेक्शन का कार्य बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कारपोरेशन लिमिटेड (बीएमएसआइसिल) के जिम्मे है.

मॉक ड्रिल में असफल साबित हुए ये प्लांट

अस्पताल में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिये प्लांट की स्थापना की गयी थी.समय- समय पर प्लांटों को चेक करने के लिये मॉक ड्रिल किये गये थे. लेकिन, कभी भी सभी प्लांट पूरी क्षमता से नहीं चला. इसे लेकर अस्पताल प्रशासन की ओर से कई बार बीएमएसआइसिल को पत्र लिखा गया था, लेकिन कोई निदान नहीं निकल सका.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें