22.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 12:55 pm
22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

हर साल दो हजार से अधिक पारामेडिकल ट्रेंड कर्मी होंगे उपलब्ध

Advertisement

स्वास्थ्य के क्षेत्र में नर्सों के अलावा पारामेडिकल कर्मियों की अब कमी नहीं होगी. राज्य के सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के साथ नर्सिंग होम में ऐसे हजार से अधिक पारामेडिकल प्रशिक्षित मानव बल उपलब्ध होगा.

Audio Book

ऑडियो सुनें

सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों की जरूरतें को पूरा किया जा सकेगा संवाददाता ,पटना स्वास्थ्य के क्षेत्र में नर्सों के अलावा पारामेडिकल कर्मियों की अब कमी नहीं होगी. राज्य के सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के साथ नर्सिंग होम में ऐसे हजार से अधिक पारामेडिकल प्रशिक्षित मानव बल उपलब्ध होगा. इससे सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम, पैथोलॉजी सेंटर के साथ रेडियोलॉजी सेंटरों की जरूरतें पूरी होंगी. अभी तक पारा मेडिकल प्रशिक्षण सिर्फ सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों और अन्य संस्थाओं में दिया जाता रहा है. सरकार ने इस क्षेत्र में निजी क्षेत्रों का दरवाजा भी खोल दिया है. इससे बड़ी संख्या में प्राइवेट संस्थान तकनीकी शिक्षा देकर राज्य के मानव बल उपलब्ध कराने लगे हैं. राज्य में हर साल नये अस्पतालों की स्थापना की जा रही है. राज्य के पहले से स्थापित मेडिकल कॉलेज अस्पताल और जिला अस्पतालों में पारा मेडिकल कर्मियों की बड़ी संख्या में कमी है. सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में अभी तक लैब टेक्निशियन, ओटी असिस्टेंट, ऑफ्थैल्मिक असिस्टेंट और एक्स-रे टेक्निशियन जैसे कोर्स में प्रशिक्षण दिया जाता था. इससे सीमित संख्या में ही मानव बल उपलब्ध होते थे. अब राज्य के निजी क्षेत्र के प्रशिक्षण संस्थानों के आने के बाद पारामेडिकल क्षेत्र में व्यापक कोर्स का प्रशिक्षण दिया जायेगा. ऐसे संस्थानों को बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा संबद्धता दी जा रही है. बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की ओर से अब प्राइवेट क्षेत्र में सर्टिफिकेट इन मेडिकल ड्रेसर, डिप्लोमा इन मेडिकल एक्स-रे टेक्निशियन, डिप्लोमा इन इसीजी टेक्निशियन, डिप्लोमा इन मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजी, डिप्लोमा इन फिजियोथेरापी, डिप्लोमा इन ओटी असिस्टेंटऔर डिप्लोमा इन सैनिट्री इंस्पेक्टर जैसे कोर्स का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. राज्य में अभी तक करीब 50 ऐसे प्राइवेट संस्थान हैं जिनके यहां पारामेडिकल कोर्स में 30 सीट से लेकर 100 सीटों तक प्रशिक्षण का मान्यता मिल गयी है. पारा मेडिकल कर्मियों की बड़ी संख्या में सरकारी और प्राइवेट क्षेत्र में मांग है. अब बिहार में इनकी कमी पूरी होगी. राज्य सरकार द्वारा राज्य के पटना, दरभंगा, मधुबनी, सारण सहित अन्य जिलों में नये संस्थानों की मान्यता दी गयी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें