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प्रसूता की मौत मामले में मां चंदुला रानी क्लिनिक के डॉक्टर सहित संचालक पर प्राथमिकी दर्ज

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दो घंटे तक आक्रोशित लोगों ने एमजी मार्ग को रखा जाम, आवागमन रहा प्रभावित

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दो घंटे तक आक्रोशित लोगों ने एमजी मार्ग को रखा जाम, आवागमन रहा प्रभावित खगड़िया.बलुआही स्थित मां चंदुला नर्सिंग होम में प्रसूता की मौत के बाद संचालक पर प्राथमिकी दर्ज कर सदर थाना पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है. मृत प्रसूता के मां के आवेदन पर सदर थाना में कांड संख्या 422/24 दर्ज कर पुलिस संचालक की तलाश में छापेमारी कर रही है. इधर, घटना के बाद नर्सिंग होम संचालक राकेश कुमार व स्वास्थ्य कर्मी फरार बताया जाता है. वहीं घटना के बाद बलुआही में सड़क जाम कर विधि व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने वाले लोगों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जायेगी. बिना लाइसेंस के ही चल रहा नर्सिंग होम मिली जानकारी अनुसार बलुआही स्थित एमजी मार्ग में मां चंदुला रानी क्लीनिक बिना लाइसेंस के चल रहा था. यहां पर डायलिसिस से लेकर प्रसव सहित अन्य इलाज का दावा कर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ का गोरखधंधा हो रहा था. शुक्रवार को इस नर्सिंग होम में बच्चे के जन्म के बाद गर्भवती महिला की मौत हो गयी. मृतका के मां के लिखित आवेदन के आधार पर मां चंदुला रानी क्लिनिक के चिकित्सक एवं कार्यरत अन्य कर्मियों द्वारा प्रसव के क्रम में लापरवाही बरतने के आरोप में नगर थाना कांड संख्या-422/24, धारा-106/3(5) बी.एन.एस.-2023 के तहत दर्ज किया गया है. शहर से लेकर गांव की गलियों में संचालित फर्जी नर्सिंग होम में आये दिन इलाज के दौरान मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग लापरवाह बना हुआ है. ऐसे में सवाल उठता है कि फर्जी क्लिनिकों पर कार्रवाई के लिए और कितनी मौत का स्वास्थ्य विभाग इंतजार करेगा. सड़क जाम करने वालों पर कसेगा कानूनी शिकंजा पुलिस विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि 24 अगस्त को कुछ शरारती एवं असामाजिक तत्वों द्वारा बलुआही के समीप सड़क मार्ग को अवरूद्ध कर विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न की गई. सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर परिजनों एवं अन्य उपस्थित लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया गया. उनके द्वारा की जा रही शिकायत एवं मुआवजा के संबंध में साकारात्मक पहल का आश्वासन दिया गया. इधर, विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने वाले शरारती एवं असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर विधि-सम्मत कार्रवाई की जा रही है. एसडीपीओ मुकुल रंजन ने आमजनों से शरारती एवं असामाजिक तत्वों के उकसावे में ना आने व विधि-व्यवस्था बनाये रखने में पुलिस का सहयोग करने की अपील की है. मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ बर्दास्त नहीं: आईएमए फर्जी अस्पताल में लगातार मरीजों की हो रही मौत से मर्माहत होकर आईएमए अध्यक्ष व आईएमए सचिव ने आम लोगों से अपील की है. आईएमए सचिव डॉक्टर शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि गांव व शहर के झोलाछाप से ऑपरेशन एवं इलाज कराने से बचना चाहिए. कहा कि जब जिले में डिग्रीधारी व योग्य सर्जन उपलब्ध है तो ऑपरेशन झोलाछाप से क्यों. उन्होंने कहा कि झोलाछाप के इलाज के कारण गलत दवा व गलत डोज देने से मरीज की मौत हो रही है. गलत दवा का डोज पड़ने से शरीर का अंग होता है प्रभावित सचिव ने कहा कि मरीज की गलत दवा का डोज पड़ने से शरीर का अंग जैसे किडनी, दिल का धड़कन,आंख की रोशनी, कान का बहरापन, शरीर में लकवा आदि हो सकता है. उन्होंने कहा कि झोलाछाप द्वारा ऑपरेशन करने पर ऑपरेशन एवं बेहोशी के दौरान मरीज की मौत हो सकती है, लोगों का बिना बीमारी के शरीर का अंग का ऑपरेशन जैसे अपेंडिक्स, बच्चेदानी, किडनी किया जाता है. बिना जरूरत के सिजेरियन ऑपरेशन करके बच्चा एवं जच्चा को मौत के मुंह में धकेल दिया जाता है. झोलाछाप को ऑपरेशन का जानकारी नहीं रहने के कारण ऑपरेशन के बाद मरीज का पेट फूलना, मरीज का आंत उलझ जाना, मरीज का आंत कट जाना, मरीज के ऑपरेशन से मवाद आते रहना, मरीज के ऑपरेशन वाले जगह से पेशाब आते रहना आदि समस्या उत्पन्न हो जाती है. उन्होंने कहा कि इसलिए अपना एवं अपने पड़ोसियों का इलाज एवं ऑपरेशन क्वालिफाइड चिकित्सक से कराएं. कहा कि ऑपरेशन हमेशा सर्जन एमएस व डीएनबी डिग्री धारी से ही कराएं. कहा कि इलाज एवं ऑपरेशन कराने से पहले डॉक्टर की डिग्री की जांच अवश्य करें.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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