26.1 C
Ranchi
Tuesday, February 25, 2025 | 06:35 pm
26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

कोर्ट में पेशी के दौरान बिगड़ी तबीयत, गंभीर हालत में रेफर

Advertisement

ज़िले के मंडल कारा में शनिवार को आर्म्स एक्ट में बंद एक विचाराधीन कैदी की अचानक तबीयत न्यायालय में पेशी के दौरान बिगड़ गई. वह परिसर में अचेत होकर गिर पड़ा.

Audio Book

ऑडियो सुनें

समस्तीपुर. ज़िले के मंडल कारा में शनिवार को आर्म्स एक्ट में बंद एक विचाराधीन कैदी की अचानक तबीयत न्यायालय में पेशी के दौरान बिगड़ गई. वह परिसर में अचेत होकर गिर पड़ा. इसके बाद आनन-फानन में उसे इलाज को ले सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. कैदी की पहचान नगर थाना के धर्मपुर न्यू कालोनी निवासी गौरव कुमार के रूप में हुई. बताया गया कि पांच माह पूर्व नगर पुलिस ने उसे आर्म्स एक्ट के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके बाद उसे न्यायालय में पेशी को ले कोर्ट लाया गया था. इसी दौरान उसकी तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद उसे सदर अस्पताल में पुलिस अभिरक्षा में भर्ती कराया गया. जहां चिकित्सकों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों का बोर्ड बनाकर रेफर कर दिया. इसके बाद उसे हायर अस्पताल भेजे जाने को ले प्रशासनिक स्वीकृति की तैयारी शुरू की गई. यह आदेश की प्रक्रिया दोपहर से शाम गुजर गई, प्रशासनिक प्रक्रिया इतनी जटिल और लंबी है वार्ड में भर्ती मरीजों को कैदी के साथ सुरक्षा कर्मियों के रहते इलाज करने को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. मरीज और उनके परिजनों में इस बात को लेकर चर्चा होने लगी कि आदेश नहीं मिलने पर कई बार मरीजों की मौत भी होती है आखिर इसका जिम्मेदार कौन है. इस बात को लेकर चर्चा का विषय बना रहा, शाम तक आदेश मिलने को जेल प्रशासन और कोर्ट और मैं सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों को भी काफी परेशानियों का सामना डीएम आवास से लेकर जेल गेट तक करना पड़ा. बताया जाता है कोई एक घटना नहीं है इस तरह की घटनाएं बार-बार होती है लगातार इसकी शिकायत सुरक्षा कर्मी और कैदी के परिजन भी जिला प्रशासन से इसे सरल बढ़ाने की मांग को लेकर करते रहे हैं. लेकिन, कार्रवाई की दिशा में कोई ठोस आदेश नही की जाती है ना ही अस्पताल प्रशासन , ज़िला प्रशाशन , जेल प्रशासन को सरल आसान बनाने तक की. उपाधीक्षक डा नागमणि ने बताया कि बोर्ड गठन कर उसे स्वीकृति को जिला प्रशासन को भेजा गया है. स्वीकृति मिलने बाद ही उसे डीएमसीएच भेजा जाएगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
Home होम Videos वीडियो
News Snaps NewsSnap
News Reels News Reels Your City आप का शहर