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स्टेम सेल थेरेपी से डीएमडी के इलाज के लिए आइजीआइएमएस में होगा रिसर्च

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ड्यूकेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (डीएमडी) बीमारी से पीड़ित बच्चों का इलाज आइजीआइएमएस में शुरू हो गया है़ संस्थान के डॉक्टर स्टेम सेल थेरेपी से इस बीमारी के इलाज के लिए रिसर्च करेंगे.

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आनंद तिवारी, पटना : ड्यूकेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (डीएमडी) बीमारी से पीड़ित बच्चों का इलाज शहर के आइजीआइएमएस में शुरू कर दिया गया है. संस्थान के पीएमआर विभाग में स्थापित डीएमडी डे केयर विभाग में इसकी शुरुआत की गयी है. बीते सोमवार को हुए उद्घाटन से अब तक करीब आधा दर्जन बच्चों के परिजन डे केयर वार्ड में आकर मामले की जानकारी ले चुके हैं. बेहतर इलाज को लेकर अब संस्थान के डॉक्टर इस बीमारी पर रिसर्च करने की तैयारी कर रहे हैं. इसमें स्टेम सेल थेरेपी कितनी कारगर है, इस पर भी रिसर्च किया जायेगा. इसके अलावा प्रदेश में इससे पीड़ित बच्चों की संख्या कितनी है, इसकी सटीक जानकारी ली जायेगी. वहीं डॉक्टरों की मानें, तो पटना सहित पूरे बिहार में करीब 400 से 500 के बीच डीएमडी बीमारी से पीड़ित बच्चों की संख्या है, जिनका इलाज वर्तमान में दिल्ली एम्स, लखनऊ के एसजीपीजीआइ, दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल और कुछ का विदेश में भी चल रहा है.

पीड़ित बच्चों को मिलेंगे छह लाख रुपये

आइजीआइएमएस इलाज के लिए आने वाले बच्चों में अगर ड्यूकेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी बीमारी की पुष्टि होती है, तो उनके परिजनों को सरकार की ओर से छह लाख रुपये की सहायता राशि दी जायेगी. जानकारों की मानें, तो पीड़ित रोगियों को छह लाख रुपये की एकमुश्त वित्तीय सहायता देने का प्रावधान पहले ही कर लिया गया है. सहायता राशि के प्रति अभिभावकों में जागरूकता आये, इसको लेकर प्रचार-प्रसार भी किया जायेगा.

आइजीआइएमएस से चलेंगी छह बसें

आइजीआइएमएस आने वाले मरीजों के परिजनों को अब कैंपस से ही बस की सुविधा मिलेगी. आइजीआइएमएस को अलग-अलग रूटों से जोड़ा जायेगा. इसके लिए छह इलेक्ट्रिक बसों की सुविधा मिलने जा रही है. ये बसें आइजीआइएमएस से दानापुर जंक्शन, पटना जंक्शन, पाटलिपुत्र स्टेशन, रामाचक बैरिया बस स्टैंड से आयेगी और जायेगी. आइजीआइएमएस के उपनिदेशक डॉ विभूति प्रसन्न सिन्हा ने बताया कि गुरुवार की सुबह 10 बजे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय व परिवहन मंत्री शीला मंडल द्वारा हरी झंडी दिखाकर बसों को रवाना किया जायेगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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