17.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 11:28 pm
17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

भीषण गर्मी में बिजली कटौती से उपभोक्ता परेशान, विभाग सुस्त

Advertisement

भीषण गर्मी में बिजली कटौती से उपभोक्ता परेशान, विभाग सुस्त

Audio Book

ऑडियो सुनें

पीरीबाजार. एक ओर जहां गर्मी का प्रभाव लगातार अपना असर दिखा रहा है. वहीं पीरीबाजार थाना क्षेत्र के अभयपुर के कसबा पंचायत में विगत दिनों से बिजली सुबह 10 बजे से शाम तक गुल रहती है. जिसको लेकर लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि कसबा पंचायत का विद्युत आपूर्ति धरहरा विद्युत प्रशाखा के द्वारा की जाती है. अभी के समय लोग विद्युत के सहारे ही पानी के भरोसे रहते हैं. ज्यादातर लोग समरसेबल के भरोसे होते हैं. वहीं बिजली गुल होने से लोगों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ता है. साथ ही नल-जल योजना भी विद्युत के भरोसे ही चलती है. वहीं बिजली गुल होने से लोगों को दिन भर पीने के लिए पानी के लिए भी तरसना पड़ता है. तीन दिन से सुबह से ही बिजली गुल हो जाती है तथा शाम में करीब तीन से चार बजे के बीच आती है. इससे उपभोक्ताओं को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है, हालांकि बिजली की समस्या को लेकर जब भी विद्युत विभाग धरहरा प्रशाखा के कनीय अभियंता से संपर्क करना चाहते हैं, तो वह फोन उठाना मुनासिब नहीं समझते. हालांकि यह पहली बार नहीं है. कई बार ऐसी समस्या उत्पन्न हो चुकी है. वही रविवार को भी विद्युत आपूर्ति बंद को लेकर धरहरा प्रशाखा के विद्युत कनीय अभियंता को फोन किया गया तो वह फोन उठाना मुनासिब नहीं समझे. ग्रामीणों का मानना है कि बिजली सप्लाई बिना कोई सूचना के ही कटौती की जा रही है. जिसके कारण उपभोक्ता को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इस तरह से बार-बार अघोषित बिजली कटौती से क्षेत्र की जनता तथा आम लोग बुरी तरीके से परेशान एवं त्रस्त हो चुके हैं. लोगों का मानना है कि यदि बिजली कटौती की पूर्व में सूचना दे दी जाय, तो लोग अपने अनुसार जल की व्यवस्था करने में सक्षम होंगे. वहीं बिजली गुल की समस्या को लेकर धरहरा प्रशाखा के कनीय अभियंता को फोन किया गया, परंतु उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया. जिसके बाद व्हाट्सएप के माध्यम से कनीय अभियंता को सूचना दी गयी. साथ विद्युत शिकायत केंद्र मुंगेर से विद्युत आपूर्ति की समस्या को लेकर जानकारी ली गयी. जिसपर उनके द्वारा बताया गया कि बरसात के पूर्व ही तार को छूने वाली पेड़ की छंटाई की जा रही है. जिसके कारण विद्युत गुल थी. हालांकि पूर्व में कनीय अभियंता को सूचना देना चाहिए था. वहीं रविवार को दो बजे से विद्युत आपूर्ति संचालित कर दी गयी.

पावर कट से पानी को लेकर लोग परेशान

प्रतिनिधि, लखीसराय. शहर के पॉश इलाके के रूप में विकासशील शहर का पुरानी बाजार के लोग रविवार को नींद खुलने के साथ ही पावर कट को लेकर पानी की परेशानी से जूझ रहे थे. अहले सुबह से कई घंटे तक इस क्षेत्र के लोग पावर कट से परेशानी झेलने को विवश हुए. लगातार कई घंटे तक पावर कट के कारण नल जल योजना पूरी तरह विफल हो गयी थी. जल बिन मछली की तरह आम लोग तड़पते रहे. लोग एकबारगी अपने-अपने घरों में लगे हैंडपंप को याद करते देखे गये. यह दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है कि कुआं, तालाब, नदी जैसे प्राकृतिक स्रोत के साथ साथ हैंड पंप भी प्राचीन काल का साधन अब शहर में पूरी तरह विलुप्त होता दिख रहा है. जिसका नतीजा भी सामने देखा जा रहा है. बिजली रानी के कृपा पर ही अब जलापूर्ति योजना रह गयी है. यह प्राकृतिक जल स्रोत के विलुप्त हो जाने का ही नतीजा है. खैर रविवार की सुबह सात बजे के आसपास स्थिति में सुधार हुआ और बिजली आते ही लोग जल संग्रह करने में जुट गये. इसके बावजूद अनेक लोगों के रविवार होने की खुशियां, सोची गयी योजनाएं बिजली रानी के रूठने से काफी हद तक बिगड़ चुकी थी. सुबह के आठ भी नहीं बजे थे कि पूरी तरह गर्मी अपना असर दिखाने लगी थी. नल-जल योजना की विफलता को लेकर चर्चाओं में नगर परिषद के साथ-साथ पीएचईडी द्वारा गाड़े गये सार्वजनिक चापाकल खराब पड़े रहना भी इसमें शामिल रहा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें