30 अप्रैल- फोटो- 7- बनारपुर गांव में आग लगने से धू-धूकर जलती झोपड़ियां चौसा. आजकल पूरा बक्सर जिला हीट-वेब की चपेट में चल रहा है. लू के थपेड़ों से पूरा जन जीवन अस्त-व्यस्त है. लोग परेशान है. वहीं दूसरी तरफ अगलगी की घटनाओं से रोज आर्थिक क्षति भी हो रही है. मंगलवार को प्रखंड क्षेत्र के बनारपुर गांव में सुबह करीब दस बजे धारी प्रवाहित एलटी तार से निकली चिंगारी से बस्ती में अचानक भयंकर आग लग गयी. और लोगों में काफी अफरा तफरी मच गयी. आग की लपटें देख अपनी झोपड़ियों से लोग बाहर निकल कर भागने लगे. इस दौरान झोपड़ियों के अंदर खुंटे से बंधे मवेशी भाग नहीं पाए और आग में झुलसने से आठ मवेशियों की मौत हो गयी. ग्रामीणों ने घर के समरसेबुल बोरिंग के सहारे आग को बुझाने का प्रयास करने लगे. सूचना पर अग्निशमन की दो बड़ी एक छोटी वाहन गांव में तो पहुंची, लेकिन रास्ता नहीं होने के कारण स्थल तक नहीं पहुंच सकी. इसके बाद अग्निशमन की एक छोटी वाहन को बुलाया गया और ग्रामीणों की मदद से कर्मियों ने आग पर काबू पाया. पीड़ित रामाशीष चौधरी ने बताया कि आग झोपड़ी के ऊपर मौजूद बिजली के एलटी तार से निकली चिंगारी के कारण लगी थी. धीरे-धीरे आग इतनी फैल गई कि पांच किसानों की झोपड़ियों को चपेट में ले लिया. इस घटना में झोपड़ियों में रखे मवेशियों का चारा, अनाज, जलावन, साइकिल, कपड़ा और आठ मवेशी जल गए. बताया जा रहा है कि इस आगलगी की घटना में सबसे अधिक क्षति रामशीष चौधरी और केदार चौधरी का हुआ है. जिनकी तीन भैंस और पांच बकरियों की मौत आग में झुलसने से हो गई. इसके आलावे लेदा चौधरी, जनार्दन चौधरी, जयनाथ चौधरी और जय प्रकाश चौधरी की झोपड़ियां जलकर राख हो गई. इस संबंध में चौसा सीओ आरती कुमारी ने कहा कि मौके पर पशुपालन विभाग और अंचल कर्मियों को भेजा गया है. उनके द्वारा क्षतिपूर्ति का आकलन किया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है