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आम बजट 2018 : टैक्स स्लैब में मिल सकती है राहत
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बजट में आम लोगों के लिए सबसे अहम है महंगाई पर राहत और आयकर में मिलने वाली छूट. संकेत हैं कि इस बार व्यक्तिगत आयकर छूट सीमा को मौजूदा ढाई लाख रुपए से बढ़ाकर तीन लाख रुपए करने का प्रस्ताव रखा जाएगा. पिछली बार 2.5 लाख से 5 लाख तक की सालाना आय वाले टैक्सपेयर्स […]
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बजट में आम लोगों के लिए सबसे अहम है महंगाई पर राहत और आयकर में मिलने वाली छूट. संकेत हैं कि इस बार व्यक्तिगत आयकर छूट सीमा को मौजूदा ढाई लाख रुपए से बढ़ाकर तीन लाख रुपए करने का प्रस्ताव रखा जाएगा. पिछली बार 2.5 लाख से 5 लाख तक की सालाना आय वाले टैक्सपेयर्स के लिए 10 फीसदी इनकम टैक्स से घटाकर 5 फीसदी किया गया था लेकिट टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहींकिया गया था.
कितनी राहत की संभावना
इस बार सरकार आने वाले चुनाव के मद्देनजर आम लोगों तक पहुंचाने की कोशिश करेगी. खासकर मध्य आय वर्ग वेतन भोगियों को राहत प्रदान करने के लिए कर स्लैब के सुधार पर भी विचार किया जा रहा है. इससे उन पर खुदरा महंगाई का असर कम होगा. 1 फरवरी को जारी होने वाले बजट में 5 से 10 लाख सालाना आय वालों को 10 फीसद राहत का अनुमान लगाया जा रहा है. 10 – 20 लाख रुपये के बीच सालाना की आय पर 20 फीसदी 20 लाख से अधिक आय पर 30 फीसदी का कर लग सकता है. आपको बता दें कि फिलहाल 10-20 लाख रुपये की आय वालों के लिए कोई अलग टैक्स स्लैब नहीं है.
उद्योग जगह के लिए क्या
जीएसटी के लागू होने के बाद व्यापार जगत ने लगातार कई छूट और कई मामलों में राहत की मांग की है. उद्योग मंडल सीआईआई ने कम आय वालों लोगों को टैक्स में छूट की मांग की है. इन्होंने सरकार को सौंपे गये ज्ञापन में कहा है कि टैक्स में छूट की सीमा बढ़ाई जानी चाहिए. स्लैब में भी बदलाव होना चाहिए. उद्योग जगत ने कंपनियों के लिए कंपनी टैक्स में 25 प्रतिशत की भी छूट की मांग की है. सरकार नोटबंदी और जीएसटी के प्रभाव से उद्योग की धीमी रफ्तार को तेज करने की कोशिश करेगी. सरकार कारपोरेट टैक्स में उद्योग जगत की मांग पर विचार कर सकती है.
क्यों कर सकते हैं आप राहत की उम्मीद
सरकार आपको इस बजट सत्र में राहत दे सकती है. विशेषज्ञ इसका सबसे बड़ा कारण मानते हैं 2019 का लोकसभा चुनाव. इस बजट में सरकार बड़े फैसले ले सकती है जिससे मध्यमवर्गीय परिवारों का दिल जीतने की कोशिश होगी. नोटबंदी और जीएसटी सरकार का बड़ा फैसला है. इन फैसलों ने आम लोगों को प्रभावित किया है. इन फैसलों से एक तबका है जिसे खासा परेशानी का सामना करना पड़ा है. आने वाले बजट में सरकार उन लोगों को खुश करने की कोशिश करेगी जो इन फैसलों से प्रभावित हुए हैं.
जीडीपी और आर्थिक प्रगति के आंकड़ों में उलझी जनता को टैक्स छूट का लाभ देकर एक अच्छा संदेश देने की कोशिश की जाएगी.
बजट 2018 में ऐसा हो सकता है टैक्स स्लैब
5 से 10 लाख- 10 फीसदी
10 से 20 लाख- 20 फीसदी
20 लाख से ऊपर 30 फीसदी
कंपनी टैक्स में छूट
अभी ये है टैक्स स्लैब
2.5 से 5 लाख- 5 फीसदी टैक्स
5 से 10 लाख- 20 फीसदी
10 लाख से ऊपर 30 फीसदी
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