ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड से जुड़े 85 से अधिक ठिकानों पर इराक और सीरिया में हवाई हमले किये गये हैं. इस संबंध में न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने खबर दी है. रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सैनिकों पर घातक हमले के जवाब में अमेरिका ने कार्रवाई की है. अमेरिका ने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड से जुड़े 85 से अधिक ठिकानों पर इराक और सीरिया में हवाई हमले शुरू किए हैं. आपको बता दें कि अपने सैनिकों पर हुए हमले से अमेरिका बौखला गया है. राष्ट्रपति जो बाइडेन विरोधियों पर जवाबी कार्रवाई करने की छूट पहले ही दे चुके हैं.

अमेरिकी को नुकसान पहुंचाने पर दिया जाएगा जवाब

आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और अन्य शीर्ष अमेरिकी नेता कई दिनों से चेतावनी दे रहे थे कि अमेरिका मिलिशिया समूहों पर जवाबी हमला करेगा. यह स्पष्ट कर दिया गया था कि यह केवल एक हमला नहीं बल्कि समय के साथ की जाने वाली कई स्तर की प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी. अमेरिका द्वारा शुक्रवार को हमले किए जाने के बाद बाइडन ने एक बयान जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका पश्चिम एशिया या दुनिया में कहीं भी संघर्ष नहीं चाहता, लेकिन जो हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, उनके खिलाफ हम कार्रवाई करेंगे. यदि किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाने का काम किया जाएगा, तो हम उसका जवाब देंगे.

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क्यों बौखला गया है अमेरिका

पिछले दिनों जॉर्डन में अमेरिकी सैन्य चौकी पर ईरान समर्थित आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया था. इस ड्रोन हमले के कुछ दिनों बाद इराकी सीमा क्षेत्रों पर अमेरिकी हवाई हमले देखने को मिल रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट में जो खबर आई उसके अनुसार, ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिक की जान गई थी जबकि 40 से अधिक घायल हो गए थे. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पिछले रविवार को कहा था कि जॉर्डन में ईरान के ‘इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स’ (आईआरजीसी) द्वारा समर्थित आतंकवादी समूहों के ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई.