Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व आंतरिक मंत्री और अवामी मुस्लिम लीग (एएमएल) के प्रमुख शेख राशिद अहमद को गुरुवार तड़के मुर्री एक्सप्रेसवे से गिरफ्तार किया गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस ने कहा कि शेख राशिद के कब्जे से शराब की एक बोतल और एक हथियार बरामद किया गया है, जिसमें कहा गया है कि मंत्री नशे में थे. पूर्व मंत्री को आबपारा पुलिस थाने में उनके खिलाफ दर्ज कराई गई एक शिकायत पर पुलिस ने तलब किया था, जिसमें दावा किया गया था कि पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान की हत्या की साजिश रच रहे थे.

उनके साथ मारपीट करने का आरोप

अहमद की ओर से एक प्रवक्ता ने एक वीडियो संदेश में कहा, “लगभग 12.30 बजे, शेख राशिद अहमद को पंजाब प्रांत में उनके निवास से गिरफ्तार किया गया. इस्लामाबाद पुलिस के लगभग 300-400 लोग मंत्री के घर में घुस गए, इसकी खिड़कियां तोड़ दीं, उन्हें पीटा और उनके साथ मारपीट की.” उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया. मैं पीटीआई कार्यकर्ताओं से आज सुबह 7.30 बजे अदालत पहुंचने का अनुरोध करता हूं.’ रिपोर्टों में कहा गया है कि AML प्रमुख को इस्लामाबाद पुलिस को सौंप दिया जाएगा. अहमद ने दावा किया कि पुलिस ने उन्हें उनके आवास से हिरासत में लिया न कि एक्सप्रेसवे से.

‘पुलिस ने मेरे बच्चों की पिटाई की’

जियो टीवी ने शेख राशिद के हवाले से कहा, “पुलिस ने मेरे बच्चों की पिटाई की. कम से कम 100 से 200 हथियारबंद लोग सीढ़ी के सहारे मेरे घर में घुस आए, घर के दरवाजे और खिड़कियां तोड़ दीं, उनके नौकरों को पीटा और मेरे घर की तलाशी ली.” उन्होंने दावा किया कि उन्हें पुलिस द्वारा जबरन ले जाया गया और उनकी गिरफ्तारी के पीछे वर्तमान आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह की भूमिका का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मियां ताहिर की अदालत से जमानत मिलने के बावजूद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया, रिपोर्ट में कहा गया है.

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पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान ने अपने करीबी सहयोगी की गिरफ्तारी की निंदा करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया. “आयातित सरकार द्वारा श्री रशीद की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हैं. हमारे इतिहास में कभी भी हमारे पास पूरी तरह से बदनाम ईसीपी द्वारा पक्षपाती, प्रतिशोधी कार्यवाहक सरकार नहीं थी. सवाल यह है कि क्या पाकिस्तान एक सड़क आंदोलन को वहन कर सकता है, जिसकी ओर हमें ऐसे समय में धकेला जा रहा है जब हम दिवालिया हो चुके हैं?”