किम जोंग उन से पहले भी कई नेता रहस्यमय तरीके से हो चुके हैं गायब, जानिए उनके बारे में
उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता बीते कई दिनों से कहां हैं और किस हालात में हैं इससे दुनिया अनजान है.अक्सर चर्चा में रहने वाले किम जोंग उन की उपस्थिति अचानक से गायब हो जाने के बाद से ही दुनियाभर की मीडिया उनके बीमार होने या कोई उनके मौत के भी दावे कर रहा है.
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उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता बीते कई दिनों से कहां हैं और किस हालात में हैं इससे दुनिया अनजान है.अक्सर चर्चा में रहने वाले किम जोंग उन की उपस्थिति अचानक से गायब हो जाने के बाद से ही दुनियाभर की मीडिया उनके बीमार होने या कोई उनके मौत के भी दावे कर रहा है. कई मीडिया रिपोर्ट में ये दावा किया गया था कि उनकी हार्ट सर्जरी हुई थी जिसके बाद से उनकी हालत बेहद गंभीर है, शायद वो ब्रेन डेड हो चुके हैं. हालंकि कोरियाई मीडिया ने इसे बस अफवाह ही बताया है.
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उन्हें आखिरी बार 11 अप्रैल को सार्वजनिक तौर पर देखा गया था इसके बाद से वे कहीं नजर नहीं आए. किम जोंग उन पहले ऐसे तानाशाह नहीं हैं जो अचानक से पर्दे से गायब हुए हैं उनके पहले ऐसे कई शासक रहे हैं जिनकी रहस्यमती परिस्थितियों में मौत हुई है या फिर वे अचानक से लापता हो गए हैं. टाइम्सनाऊ के हवाले से आज हम आपको ऐसे ही नेताओं के बारे में बताएंगे
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किम जोंग इल
किम जोंग इल, वर्तमान नेता किम जोंग उन के पिता थे. उनके निधन को लेकर भी दुनियाभर में कई तरह की अफवाहें उड़ी थी. 2004 में इस तरह की अफवाह उड़ी थी. कहा गया था कि उत्तर कोरियाई रेलवे स्टेशन पर बड़े पैमाने पर एक धमाके में उनकी मौत हो गई थी. हालांकि ये धमाका काफी जोर का था और इसमें कई लोगों की जानें गई थी. उसके बाद से वे ना कहीं दिखाई दिए और ना ही उनकी उपस्थिति की कोई खबरें मीडिया में आ रही थी. हर कोई उनके रहस्यमयी मौत की बात कर रहा था. कई वर्षों तक मीडिया भी अपने तरीके से उनके मौत की कहानियां गढ़ता रहा अफवाह निकला. साल 2011 में स्वास्थ्य खराब होने और उम्र हो जाने के कारण किम जोंग इल की मृत्यु हो गई. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस बार दुनिया की मीडिया को उनकी मौत की भनक तक नहीं लगी जब तक कि उत्तर कोरिया ने दो दिन के बाद उनके मौत की खबर को जारी नहीं किया.
किम इल सुंग
किम इल सुंग के शासनकाल में वहां पर सब कुछ आज के विपरित यानि सब कुछ सामान्य था. वहां के नेता से और वहां के लोगों से ना तो किसी को कोई नफरत थी और ना ही कोई डर. दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया में इतने कटु संबंध नहीं थे। 1950 में अचानक से उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर हमला बोल दिया जिसके बाद दोनों तरफ से भयानक युद्ध छिड़ गया. उत्तर कोरिया का मकसद था दक्षिण कोरिया राष्ट्रपति की हत्या करना. 1983 में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के म्यांमार की यात्रा के दौरान नॉर्थ कोरिया ने उन्हें व उनके कैबिनेट के 21 लोगों की हत्या करने के लिए बम बनाने के लिए एजेंट भेजे. 1986 में द. कोरियाई मीडिया में खबर फैली कि किम इल सुंग की मौत हो गई है इस पर जनता ने खूब जश्न मनाया. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा था कि किम इल सुंग की गोली मार कर हत्या कर दी गई है. लेकिन अचानक से नाटकीय घटनाक्रम में किम इल सुंग ने जब प्योंगयांग हवाई अड्डे पर मंगोलियाई प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया तो हर कोई हैरान रह गया. 1994 में उनकी मौत की खबर सामने आई।
किम जोंग उन
किम जोंग उन अपने दादा एवं उत्तर कोरिया के संस्थापक की 15 अप्रैल को 108 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे और इसके बाद से ही उनकी तबीयत खराब होने की अफवाहें फैल गईं थी. उत्तर कोरिया ने अपने शासक के खराब स्वास्थ्य की अफवाहों से इनकार नहीं किया है.