म्यांमार की सेना ने आम लोगों पर बरसाए बम, एयर स्ट्राइक में 130 से ज्यादा लोगों की मौत
Myanmar Air Strike:बीबीसी बर्मीज, द इरावाडी और रेडियो फ्री एशिया समेत अन्य मीडिया संस्थानों से आ रही रिपोर्ट के आधार पर बताया जा रहा है कि हमले में कम से कम 130 लोगों का मौत हुई. बताया जा रहा है कि मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.
![an image](https://pkwp184.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/01/Air-strikes-by-Myanmar-military-1024x576.jpg)
Myanmar Air Strike: म्यांमार में सैन्य शासन का विरोध हो रहा है तो वहीं सेना ने भी आम लोगों पर हमला कर दिया. बीदे दो दिन पहले यानी गुरुवार देर रात एक गांव पर हुए एयर स्ट्राइक में अबतक 130 से अधिक लोगों के मारे का अमुमान है. बीबीसी बर्मीज, द इरावाडी और रेडियो फ्री एशिया समेत अन्य मीडिया संस्थानों से आ रही रिपोर्ट के आधार पर बताया जा रहा है कि हमले में कम से कम 130 लोगों का मौत हुई. बताया जा रहा है कि मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.
भीड़ पर सीधे गिराए गए बम: द एसोसिएटेड प्रेस को एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बीते मंगलवार करीब 8 बजे रात एक फाइटर जेट ने लगभग 150 लोगों की भीड़ पर सीधे बम गिराए. प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि मृतकों में महिलाएं और 20 से 30 बच्चे शामिल हैं. बताया कि मारे गए लोगों में स्थानीय रूप से गठित सरकार विरोधी सशस्त्र समूहों और अन्य विपक्षी संगठनों के नेता भी शामिल हैं.
मौतों की सही संख्या स्पष्ट नहीं: प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शुरुआती हमले के बाद करीब आधे घंटे बाद एक हेलीकॉप्टर आया और उसने घटनास्थल पर गोलीबारी कर दी. मौतों (Death) की सही संख्या स्पष्ट नहीं है. दरअसल, रिपोर्टिंग सैन्य सरकार द्वारा प्रतिबंधित है. वहीं, मंगलवार रात हुए हमले की पुष्टि करते हुए सैन्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा, हमने उस जगह पर हमला किया जहां एक पीपुल्स डिफेंस फोर्स कार्यालय उद्घाटन समारोह था. पीपुल्स डिफेंस फोर्स उन सशस्त्र विरोधी समूहों में से एक है जो 2021 में सैन्य तख्तापलट के बाद से पूरे देश में फैल गया.
म्यांमार में फरवरी 2021 को सेना ने कर दिया था तख्तापलट: गौरतलब है कि म्यांमार में साल 2021 को सेना ने तख्तापलट कर दिया था. म्यांमार की नेता आंग सान सू की और नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी के अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था. इसके बाद लोकतंत्र बहाली की मांग को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हुआ था. तब से अब तक करीब 3000 से अधिक नागरिकों के मारे जाने का अनुमान है.