हमास की ओर से बंधकों को आजाद न करने तक संघर्ष-विराम का सवाल नहीं, बोले इजराइल के पीएम नेतन्याहू
लेबनान के उग्रवादी समूह हिजबुल्ला के नेता ने कहा कि उसकी मिलिशिया इजराइल-हमास युद्ध से दूर रहने की अमेरिका की चेतावनियों से डरने वाली नहीं है. इधर नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में अस्थायी संघर्ष-विराम से इनकार कर दिया है.
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इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में अस्थायी संघर्ष-विराम से इनकार करते हुए शुक्रवार को कहा कि जब तक हमास क्षेत्र में बंधक बनाए गए लोगों को आजाद नहीं करता, तब तक इजराइल वहां आक्रामक सैन्य कार्रवाई के साथ आगे बढ़ता रहेगा. नेतन्याहू ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन से मुलाकात के कुछ देर बाद यह टिप्पणी की. ब्लिंकन ने गाजा में मानवीय स्थितियों में सुधार के लिए इजराइल से अस्थाई संघर्ष-विराम पर सहमत होने का आग्रह किया था. उन्होंने इजराइल से नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के हर संभव उपाय करने को भी कहा था. नेतन्याहू ने संवाददाताओं को जारी एक बयान में कहा कि इजराइल ने ‘अपनी पूरी ताकत’ के साथ लड़ाई जारी रखी है और वह एक ऐसे अस्थायी संघर्ष-विराम से इनकार करता है, जिसमें उसके बंधकों की रिहाई शामिल नहीं है. हमास आतंकवादियों ने इजराइल पर सात अक्टूबर पर किए अप्रत्याशित हमले के दौरान लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया था.
हमारी मिलिशिया अमेरिकी चेतावनियों से डरने वाली नहीं: हिजबुल्ला नेता
लेबनान के उग्रवादी समूह हिजबुल्ला के नेता ने कहा कि उसकी मिलिशिया इजराइल-हमास युद्ध से दूर रहने की अमेरिका की चेतावनियों से डरने वाली नहीं है. टेलीविजन पर प्रसारित भाषण में हसन नसरल्ला ने क्षेत्र में अमेरिका की सैन्य तैनाती का जिक्र करते हुए कहा कि “भूमध्य सागर में आपके बेड़े… हमें नहीं डरा सकेंगे. हिजबुल्ला सभी विकल्पों के लिए तैयार है. नसरल्ला ने कहा कि उसकी ताकतवर मिलिशिया सीमा पर इजराइल के साथ अभूतपूर्ण लड़ाई में जुटी हुई है. उसने क्षेत्र में संघर्ष और तेज होने की धमकी भी दी. भाषण में नसरल्ला ने यह घोषणा नहीं की कि हिजबुल्ला पूरी तरह से इजराइल-हमास युद्ध में शामिल हो रहा है. उसने धमकी दी कि लेबनान-इजराइल सीमा पर लड़ाई अब तक देखे गए स्तर तक ‘सीमित नहीं’ रहेगी.
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मोदी और सुनक ने इजराइल-हमास संघर्ष, द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की
इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष ऋषि सुनक ने शुक्रवार को टेलीफोन पर बातचीत की. इस दौरान, दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया के घटनाक्रम और इजराइल-हमास के बीच जारी संघर्ष पर चर्चा की. उन्होंने आतंकवाद, बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और आम लोगों के हताहत होने पर गहरी चिंता भी जाहिर की. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा, मोदी और सुनक ने आतंकवाद, बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और आम लोगों के हताहत होने पर गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता और निरंतर मानवीय सहायता की आवश्यकता पर सहमति जताई. बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री के तौर पर सुनक के कार्यकाल का एक साल पूरा होने के मौके पर मोदी ने उन्हें बधाई दी और दोनों नेताओं ने पारस्परिक रूप से लाभप्रद मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को शीघ्र आकार देने के लिए हुई प्रगति का स्वागत किया.