HMPV Virus: भारत में तेजी से बढ़ रहा एचएमपीवी वायरस का खतरा, मिल चुके इतने मरीज, जानें बचाव के तरीकें
नाइजीरिया में मजदूरों के लिए बोको हराम काल बनता जा रहा है. शनिवार को बोको हराम के लड़ाकों ने खेतों में काम करने वाले 43 मजदूरों को मौत के घाट उतार दिया. दर्दनाक तरीके से इन लड़ाकों ने बेबस मजदूरों की हत्या कर दी. और कईयों को घायल कर दिया. जिहादी-विरोधी सूत्रों से मिली जानकारी के आदार पर बताया जा रहा है कि पहले मजदूरों को बांधा गया और फिर उन सभी के गले काट दिए गये.
इधर, नाइजीरिया के राष्ट्रपति मोहम्मदू बुहारी ने बोको हराम के हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा है कि इन हत्याओं से पूरा देश आहत है. यह कोई पहला मौका नहीं है जब बोको हराम ने ऐसी कोई घटना के अंजाम दिया हो. दो हफ्ते पहले ही बोको हराम ने 13 लोगों की निर्मम हत्या की थी और 6 लोगों का अपहरण कर लिया था. हमले के दौराम बोको हराम के लड़ाकों ने लोगों के पशुधन और पैसे भी लूट लिये थे.
क्या है बोको हराम : बोको हराम नाइजीरिया में स्थित एक संगठन है, जिसका आतंक उत्तरी अफ्रीका के देशों में है. इस संगठन को इस्लामिक स्टेट्स ऑफ वेस्ट अफ्रीका प्रांर्विस के नाम से भी जाना जाता है. चाड और कैमरुन देश भी इसके निशाने पर आ चुके है.
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दिल्ली में जुट रहे हैं पंजाब, हरियाणा और यूपी के किसान, जानियेइस संगठन का आधिकारिक नाम जमाते एहली सुन्ना लिदावति वल जिहाद है जिसका अरबी में अर्थ है जो लोग पैगंबर मोहम्मद की शिक्षा और जिहाद को फैलान के लिए प्रतिबद्ध होते हैं. इस संगठन की स्थापना मुस्लिम धर्मगुरू मोहम्मद युसूफ़ ने 2002 में किया था. उन्होंने ही इसका नाम बोको हराम रखा था.
Posted by : Pritish Sahay