HMPV Virus: भारत में तेजी से बढ़ रहा एचएमपीवी वायरस का खतरा, मिल चुके इतने मरीज, जानें बचाव के तरीकें
Bangladesh updates: बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ शुरू हुआ प्रदर्शन प्रधानमंत्री के इस्तीफे तक आ पहुंचा. बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आखिरकार इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ कर निकल गईं. अब बांग्लादेश में सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान का नियंत्रण है. देश में अलोकतांत्रिक सरकार बनाने की तयारी हो रही है. बांग्लादेश की इतनी खराब हालत के पीछे आखिर कौन जिम्मेदार है. खबरों की मानें तो इसके पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) की साजिश हो सकती है या हो सकता है की तख्तापलट के पीछे चीन का हाथ हो, क्योंकि भारत और बांग्लादेश की अच्छी दोस्ती के कारण चीन बांग्लादेश में दखल नहीं दे पा रहा था.
शक के घेरे में क्यों है चीन और पाकिस्तान
भारत के दो पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान ने हमेशा से ही भारत में अशान्ति फैलाने की कोशिश की है. इससे पहले भी इन दो देशों में भारत के खिलाफ साजिश रची है ताकि वह अपनी दखल बढ़ा सकें. 1971 में बांग्लादेश के आजाद होने के बाद से ही चीन और पाकिस्तान द्वारा लगातार बांग्लादेश में अशांति फैलाने की कोशिश की जा रही है. बांग्लादेश में इस बार के आंदोलन में कट्टरपंथी ताकतें और NGO भी शामिल थे. हो सकता है इन्हें ISI ने ही फंडिंग किया हो. चीन भी बांग्लादेश में निवेश करना चाह रहा था, लेकिन शेख हसीना की भारत से अच्छी दोस्ती के कारण वह अपनी मंशा में सफल नहीं हो पा रहा था. अब तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में चीन अपनी दखल बढ़ा सकता है. इसलिए माना जा रहा है कि बांग्लादेश की इस स्थिति के पीछे चीन-पाकिस्तान जिम्मेदार हो.
पहले भी हो चुका है भारत के संबंधी देशों में तख्तापलट
2022 में जनता के विद्रोह के कारण तत्कालीन राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे को भी देश छोड़ कर भागना पड़ा था. 2021 में अफगानिस्तान में आतंकवादी संगठन तालिबान ने लोकतांत्रिक सरकार पर कब्जा कर लिया था. फिर 2021 में म्यांमार में सेना ने चुनी हुई सरकार को गिरा कर सैन्य शासन लागू कर दिया था. और अब 2024 में बांग्लादेश में भी सेना ने कमान संभाल ली. इन सभी देशों से भारत की गहरी दोस्ती है और सभी भारत के पड़ोसी देश हैं.
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