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नेशनल कंटेंट सेल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच मंगलवार को सिंगापुर में ऐतिहासिक बैठक हुई. इस मुलाकात में कई ऐसे पल आये, जिससे लग रहा था कि दोनों नेताओं को एक दूसरे पर भरोसा नहीं है.
किम जोंग हर कदम पर बहुत सावधानी बरत रहे थे. यहां तक कि दोनों देशों के बीच हुए समझौते पर हस्ताक्षर करने के दौरान अमेरिका की तरफ से दोनों नेताओं के सामने रखे शार्पी पेन को किम ने हाथ नहीं लगाया. पहले इस पेन को उनके सिक्योरिटी गार्ड ने साफ किया. इसके बाद भी किम जोंग ने अमेरिकी पेन को छुआ नहीं.
किम की बहन ने उनको दूसरा पेन दिया, जिससे उन्होंने समझौते पर हस्ताक्षर किये. इतना ही नहीं, किम अपने साथ अपना पोर्टेबल टॉयलेट भी लेकर आये थे.
क्या रही वजह
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किम के द्वारा अमेरिकी पेन को हाथ नहीं लगाने के पीछे कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि किम को अपने डीएनए के सार्वजनिक होने का डर सता रहा था. दूसरा कि उन्हें डर था कि पेन में जहर हो सकता है. पोर्टेबल टॉयलेट साथ लाने के पीछे उनका मकसद था कि कोई उनके मल-मूत्र के नमूने लेकर उनके स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी न जुटा ले और उसके आधार पर उन्हें मारने की साजिश न करे.
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शक्की मिजाज का है किम
-किम जोंग को उत्तर कोरिया से सिंगापुर ले जाने के लिए तीन अलग-अलग विमानों ने उड़ानें भरीं और सुरक्षा के मद्देनजर इस बात को गुप्त रखा गया कि किम जोंग कौन से विमान में हैं.
-उनकी गाड़ी के चारों ओर गार्ड कमांड का एक घेरा था. किम के गार्ड की दो पीढ़ियों तक की जानकारी ली जाती है.